Kaithal Scam News : एक- दो दिन पहले हरियाणा के कैथल में एसीबी टीम द्वारा सफाई घोटाला के कई आरोपियों को गिरफ्तार किया था। इस तरह अब कैथल जिला परिषद में हुए 7 करोड़ रुपए के घोटाले की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है। वैसे-वैसे ही इस मामले की कांठ खुलने भी शुरू हो गई हैं। विजिलेंस टीम द्वारा दिन प्रतिदिन बड़े-बड़े खुलासे किए जा रहे हैं कि, इसी कड़ी में आज घोटाले में संलिप्त बचे हुए आठ अन्य आरोपियों के नाम भी उजागर हुए हैं। इनमें दो जे.ई व 6 फर्म के मालिकों के नाम शामिल है और इसी में एक भाजपा के बड़े नेता का नाम सामने आया है।
विजिलेंस की टीम 50 लाख रुपए बरामद कर पाई
बताया जा रहा है कि, सफाई घोटाले की राशि में सबसे ज्यादा इनकी फर्म के ही बिल हैं। घोटाले (Kaithal Scam News) में भाजपा नेता का नाम सामने आने के बाद शहर में अटकलों का बाजार गर्म हो गया है। वहीं कोर्ट ने पूछताछ के लिए दो दिन के रिमांड खत्म होने के बाद विजिलेंस द्वारा सभी आरोपियों को जेल भेज दिया है। बता दें कि, पूछताछ के दौरान विजिलेंस टीम आरोपियों से लगभग 50 लाख रुपए ही बरामद कर पाई है। इसके अतिरिक्त आरोपियों द्वारा भ्रष्टाचार की कमाई से अर्जित की गई पांच बेनामी संपत्तियों के बारे में भी पता चला है। जिनका आंकड़े चेक करने के लिए रेवेन्यू विभाग की हेल्प ली जाएगी।
सफाई घोटाले में भाजपा नेता प्रवीण सरदाना का नाम आया सामने
पाठकों को बता दें कि, विजिलेंस की एफ.आई.आर के 8वें नंबर पर भाजपा के नेता प्रवीण सरदाना का नाम दर्ज है। रिपोर्ट के मुताबिक, प्रवीण सरदाना भारत प्रोजेक्ट के प्रोप्राइटर हैं। वे अपने- आप को पूर्व सीएम मनोहर लाल के करीबियों में से बताया जाता हैं। प्रवीण सरदाना सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पूर्व सी.एम व भाजपा के कई बड़े नेताओं के साथ बहुत सारे फोटो उपलब्ध हैं। इसके साथ कांग्रेस नेता सुरेंद्र ढुल के बेटे विशेष ढुल की भी इस फर्म में हिस्सेदार है। सुरेंद्र ढुल ने कुछ दिन पहले ही बांगर नेता बीरेंद्र सिंह के साथ कांग्रेस पार्टी जॉइन की थी। गौर करने वाली बात ये है कि घोटाले (Kaithal Scam News) की राशि में सबसे ज्यादा बिल भी इसी फर्म के नाम के हैं। विजिलेंस टीम द्वारा आरोपी प्रवीन सरदाना को पकड़ने के लिए उसके घर रेड की गई थी। शायद उसको इस कार्रवाई की पहले ही भनक लग गई और वह भाग निकला। अब उसका मोबाइल भी बंद आ रहा है।
सफाई घोटाले में 15 आरोपीयों के नाम आए सामने
रिपोर्ट के मुताबिक, जिला परिषद के सफाई घोटाले में 15 आरोपी शामिल हैं ! मगर इसमें से अभी तक सिर्फ सात आरोपियों की ही गिरफ्तारी हो पाई है। जबकि अन्य आठ आरोपी अभी ए.सी.बी की गिरफ्तार से बाहर है।अभी तक कैथल में पंचायती राज के एसडीओ रहे रोहतक के एक्सईएन नवीन, कैथल (Kaithal Scam News) में पंचायती राज के जेई जसबीर सिंह, अकाउंटेंट कुलवंत के साथ पंचायती राज के ठेकेदार गांव फरियाबाद निवासी दिलबाग सिंह, गांव फतेहपुर निवासी अभय संधू, ठेकेदार राजेश व पूंडरी निवासी अनिल को गिरफ्तार किया जा चुका है। इनका रिमांड शुक्रवार को खत्म हो चुका है और कोर्ट ने उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। इस मामले में दर्ज एफआईआर के मुताबिक जेई जयवीर और साहिल व ठेकेदार भाजपा नेता प्रवीण सरदाना, रोहताश, कमल, प्रवीन, तिलक राज व सुमित को आरोपी बनाया गया है। गिरफ्तारी के लिए इन आरोपियों के अलग-अलग ठिकानों पर दबिश दी जा रही है।
घोटाले के पैसों से खरीदी थी लगभग 2 करोड़ की अवैध संपत्ति
दो दिन के पुलिस रिमांड में पूछताछ में पता चला कि, घोटाले की आरोपियों ने घोटाले की राशि से बेनामी प्रॉपर्टी खरीदी थी। इनमे प्लॉट, दुकान व मकान समेत अन्य पांच तरह की संपत्ति शामिल है। विजिलेंस टीम इसकी जांच करवाने के लिए अब रेवेन्यू विभाग की हेल्प लेगी। इसके बाद अगर बताई गई प्रॉपर्टी सच में बेनामी पाई जाती हैं तो उसको सरकारी रिवेन्यु के अटैक करने की कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
आरोपियों की पकड़ने के लिए 5 बार दे रही दबिश
पकड़े गए सातों आरोपियों को कोर्ट के आदेश के मुताबिक, शुक्रवार को 14 दिन के लिए न्याय की हिरासत भेज दिया है। मामले में बचे हुए आठ आरोपी गिरफ्तारी के डर से भाग रहे हैं। जिनकी घर पकड़ करने के लिए विजिलेंस ने पांच टीमें गठित की है। जो लगातार आरोपियों के घर व रिश्तेदारों के ठिकानों पर रेड कर रहे हैं। इसके साथ ही आरोपियों को जल्द पकड़ने के लिए साइबर सेल की भी हेल्प ली जा रही है। विजिलेंस पुलिस का दावा है कि, एक-दो दिन के भीतर ही सभी आरोपियों को अरेस्ट कर लिया जाएगा।
गिरफ्तारी के डर से आरोपी लगा रहे कोर्ट में जमानत
सूत्रों के तहत मिली सूचना के मुताबिक घोटाले (Kaithal Scam News) में संलिप्त डिप्टी सी.ई.ओ सहित कई ठेकेदार व कर्मचारी गिरफ्तारी के डर से कोर्ट में अपनी जमानत लगाने की तैयारी कर रहे हैं।बरहाल अभी तक किसी भी आरोपी की जमानत होने की सूचना नहीं मिली है। वहीं कानून के सूत्रों का कहना है कि ऐसे मामले में सेशन कोर्ट व हाई कोर्ट से जमानत मिलने के अवसर बहुत कम होते हैं। यह भिन्न- भिन्न मामले व आरोपी की भूमिका पर निर्भर होता है।
सेशन कोर्ट से बेल एप्लीकेशन रिजेक्ट होने के बाद ही जमानत के लिए हाई कोर्ट से राहत मिलने की संभावना रहती है।सफाई घोटाला मामले में 15 आरोपी शामिल है। इसमें से सात आरोपियों को अरेस्ट किया गया है। इसमें एक भाजपा नेता का नाम भी सामने आया है। उसे, घोटाला (Kaithal Scam News) के मास्टरमाइंड सहित अन्य आरोपियों को हिरासत में लेने के लिए दबिश दी जा रही है। जल्द ही इस मामले में कामयाबी मिलेगी।