New Parliament Building Inauguration LIVE Updates: आज देश को मिलने वाली है नई संसद, PM मोदी सुबह सवा 7 बजे करेंगे उद्घाटन, जानें हमारे साथ पल-पल के अपडेट्स

New Parliament Building Inauguration LIVE Updates: देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज नए संसद भवन का उद्घाटन करेंगे. उद्घाटन समारोह सुबह सवा 7 बजे से शुरू होगा।
ये उद्घाटन वैदिक रीति-रिवाजों के साथ किया जाएगा. इस उद्घाटन समारोह को दो चरणों में किया जाएगा।
पहले चरण में 7:15 बजे से 9:30 बजे तक पूजा समारोह होगा तो वहीं 11:30 बजे से उद्घाटन समारोह होगा.
वहीं आपको बता दें कि इस उद्घाटन कार्यक्रम का कई विपक्षी दलों ने विरोध किया है और बहिष्कार का भी ऐलान किया है.
इस भारी विरोध के बीच नई संसद के लोकसभा में सेंगोल को भी स्थापित किया जाएगा. इसे तमिल संस्कृति की विधियों के मुताबिक स्थापित किया जाना है.
पीएम मोदी ने कहा कि सेंगोल को आज तक सिर्फ एक छड़ी समझा गया, लेकिन अब इसे उचित सम्मान मिल रहा है.
जानकारी के लिए बता दें कि वर्तमान संसद का भवन 1927 में बनकर तैयार हुआ था, जो अब लगभग 100 साल पुराना होने जा रहा है।
इसके दोनों सदनों में सांसदों के बैठने की सुविधाजनक व्यवस्था का भी अभाव था. 1971 की जनगणना के आधार पर किए गए परिसीमन पर आधारित लोकसभा सीटों की संख्या 545 में किसी तरह का कोई बदलाव नहीं किया गया है.
2026 के बाद इसमें काफी वृद्धि होने की संभावना है. ऐसे में नए सांसदों के लिए बैठने की पर्याप्त जगह ही नहीं होगी.
कुछ विपक्षी दलों ने संसद के उद्घाटन का बायकॉट का ऐलान किया है.
इन दलों में कांग्रेस, डीएमके (द्रविड़ मुन्नेत्र कड़गम), AAP, शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट), समाजवादी पार्टी, भाकपा, झामुमो, केरल कांग्रेस (मणि), विदुथलाई चिरुथिगल कच्ची, रालोद, टीएमसी, जदयू, एनसीपी, सीपीआई (एम), आरजेडी, AIMIM, AIUDF (ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट), इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग, नेशनल कॉन्फ्रेंस, रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी और मरुमलार्ची द्रविड़ मुन्नेत्र कड़गम (एमडीएमके) शामिल हैं.
वहीं नई संसद के उद्घाटन में बीजेपी समेत 25 राजनीति दल कार्यक्रम में शामिल होंगे. इनमें 7 गैर एनडीए दल- बहुजन समाज पार्टी, शिरोमणि अकाली दल, जनता दल (सेक्यूलर), लोक जनशक्ति पार्टी (राम विलास), वाईएसआर कांग्रेस, बीजू जनता दल और तेलुगू देशम पार्टी भी शामिल हैं.
नए संसद भवन के निर्माण के लिए बलुआ पत्थर राजस्थान के सरमथुरा से, सागौन (टिक वुड) की लकड़ी महाराष्ट्र के नागपुर से मंगाई गई है.
कार्पेट उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर से मंगवाए गए हैं. त्रिपुरा की राजधानी अगरतला से बांस की लकड़ी की फ्लोरिंग मंगवाई गई है.
स्टोन जाली वर्क्स राजस्थान के राजनगर और उत्तर प्रदेश के नोएडा से लिए गए हैं. अशोक प्रतीक को महाराष्ट्र के औरंगाबाद और राजस्थान के जयपुर से मंगवाया गया है.
अशोक चक्र को मध्य प्रदेश के इंदौर से लिया गया है. लाल लाख राजस्थान के जैसलमेर से मंगवा गया है. इसी राज्य के अंबाजी से सफेद संगमरमर पत्थर खरीदे गए हैं.
केसरिया ग्रीन स्टोन उदयपुर से मंगवाया गया है. एम-सैंड को हरियाणा के चकरी दादरी, फ्लाई ऐश ब्रिक्स को एनसीआर हरियाणा और उत्तर प्रदेश से खरीदा गया था.
ब्रास वर्क और प्री-कास्ट ट्रेंच गुजरात के अहमदाबाद से लिए गए. एलएस/आरएस फाल्स सीलिंग स्टील संरचना दमन और दीव से ली गई.
इस इमारत में देश के अलग-अलग हिस्सों की मूर्तियां और आर्ट वर्क लगाए गए हैं. इसके अलावा इसमें देश में पूजे जाने वाले जानवरों की झलकियां भी दिखाई गई हैं. इनमें गरुड़, गज, अश्व और मगर शामिल हैं.
इसके अलावा भवन में तीन द्वार बनाए गए हैं, जिन्हें ज्ञान द्वार, शक्ति द्वार और कर्म द्वार नाम दिया गया है.
इस इमारत में भारत के आधुनिक बनने तक के सफर की छलक भी देखने को मिलेगी.
इस इमारत में एक भव्य संविधान हॉल, एक लाउंज, एक लाइब्रेरी, डाइनिंग हॉल और पार्किंग की जगह भी होगी.
लोकतंत्र के मंदिर के निर्माण के लिए देशभर से अनोखी सामग्रियों को जुटाया गया है, जो एक भारत श्रेष्ठ भारत की सच्ची भावना को दर्शाता है.
पुरानी संसद का आकार गोल है, जबकि नए संसद भवन को तिकोने आकार में डिजाइन किया गया है.
अभी लोकसभा में 590 और राज्यसभा में 280 लोगों की सिटिंग कैपेसिटी है. जबकि नए संसद भवन की बात करें तो लोकसभा में 888 सीटें हैं और विजिटर्स गैलरी में 336 से ज्यादा लोगों के बैठने का इंतजाम है.
इसके अलावा नई राज्यसभा में 384 सीटें हैं और विजिटर्स गैलरी में 336 से ज्यादा लोगों के बैठने की क्षमता है. दोनों सदनों के जॉइंट सेशन के वक्त लोकसभा में ही 1272 से ज्यादा सांसद साथ बैठ सकते हैं.
संसद का उद्घाटन दो चरणों में होना है. दूसरा चरण दोपहर 12 बजे से शुरू होगा. इसकी शुरुआत राष्ट्रगान से होगी.
इसके बाद दो शॉर्ट फिल्मों की स्कीनिंग की जाएगी. फिर राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश, उपराष्ट्रपति और राष्ट्रपति का संदेश पढ़ेंगे.
इसके बाद राज्यसभा में नेता विपक्ष का संबोधन होगा. फिर लोकसभा स्पीकर का भी संबोधन होना है.
इसके बाद सिक्के और स्टांप रिलीज किए जाएंगे और फिर सबसे आखिर में पीएम नरेंद्र मोदी का संबोधन होगा. दोपहर 2 बजे तक कार्यक्रम का समापन होगा.
नई संसद के उद्घाटन समारोह सुबह सूर्योदय के कुछ देर बाद से ही शुरू हो जाएगा. सुबह सवा सात बजे पीएम मोदी यहां पहुंचेंगे.
साढ़े सात बजे पांडाल में पूजन शुरू होगा, जिसका विधान एक घंटे तक चलेगा.
फिर सभी लोकसभा चैंबर की ओर जाएंगे और यहां प्रवेश के बाद 9 बजे तक चैंबर में कार्यक्रम चलेगा.
यहां लॉबी में प्रार्थना सभा होगी और फिर इसके बाद पीएम मोदी परिसर से निकलेंगे.