Dushyant vs Birender singh : बीरेंद्र सिंह को गठबंधन से नहीं, उचाना के विकास से है दिक्कत : डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला, कांग्रेस-आप पर दिया ये बड़ा बयान
 Mar 9, 2024, 19:49 IST
                                                    
                                                
                                            
                                                
                                            
Dushyant vs Birender singh : उचाना विधानसभा क्षेत्र के दौरे पर पहुंचे डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह  (Dushyant vs Birender singh ) को लेकर कहा कि वो एक साल से गठबंधन तोड़ने की धमकियां दे रहे हैं लेकिन तोड़ा नहीं। उन्हें लगता है कि बीरेंद्र सिंह को दिक्कत उचाना के विकास से है। उनके समय में उचाना इतना पिछड़ा हुआ था, आज इतना आगे कैसे बढ़ रहा है। इसलिए वह और उनका परिवार अपनी हताशा गठबंधन पर निकाल रहे हैं। अपनी राजनीति का फैसला स्वयं लें, जेजेपी की चिंता करना छोड़ दें। डिप्टी सीएम ने हिसार में होने वाली नव संकल्प रैली को लेकर कहा कि छह लोकसभा को वह पहले कवर कर चुके हैं, अब हिसार में कर रहे हैं और जल्द ही सभी 10 लोकसभा क्षेत्र में रैली कर पार्टी कैडर को एकत्रित किया जाएगा। गठबंधन के सवाल पर डिप्टी सीएम ने कहा कि गठबंधन का फैसला एनडीए की बैठक में होगा। बीरेंद्र सिंह हरियाणा का एकमात्र ऐसा पालिटिशियन है, जो फैसला लेने में इतना समय लगा रहा है। एक साल से केवल धमकी ही दे रहा है। गठबंधन ने हरियाणा की तरक्की में योगदान दिया है। सड़कों की बात हो, चाहे मेडिकल कालेज हो, फरद, पेंशन, राशन कार्ड की सुविधा हो, सभी क्षेत्रों में हरियाणा तरक्की कर रहा है और गठबंधन की विकास में किसी तरह की अड़चन नहीं आई।   डिप्टी सीएम ने ये भी कहा कि  (Dushyant vs Birender singh ) ओलावृष्टि से जो नुकसान हुआ है, उसके लिए क्षतिपूर्ति पोर्टल खोला हुआ है और इस पर किसान लगातार अपनी फसल खराबे की शिकायत दर्ज करवा रहे हैं। 15 मार्च के बाद उनके पास अपडेट आ जाएगी और क्षतिपूर्ति सहायकों को आदेश दे दिए हैं, वो शिकायतों की वेरिफिकेशन करेंगे और उचित मुआवजा दिया जाएगा। आम आदमी पार्टी के कांग्रेस के साथ गठबंधन पर डिप्टी सीएम ने कहा कि पहले उनके साथ तीन सीटों पर थे लेकिन इस बार ऐसी क्या मजबूरी आ गई कि एक सीट से ही संतोष करना पड़ा। अनुराग ढांडा को खुद चुनाव लड़ना था लेकिन उन्होंने सुशील गुप्ता को फंसा दिया। दिल्ली में भी कांग्रेस खुद तो डूबेगी, साथ में अरविंद केजरीवाल को भी ले डूबेगी।
                                            