Explain Story to Rohtak City : पिछले एक दशक से सपना चौधरी ने हरियाणा में युवाओं से लेकर बुज्रकों को अपने ठुमकों से अपना दीवाना बनाया है। सपना के प्रति लोगों का दीवानापन इतना फैला कि, सपना की धाक दुनिया के कुछ हिस्साें मे जम गई। क्योंकि सपना चौधरी को पिछले साल कांस फिल्म फेस्टिवल में भी शामिल किया गया था। इसी को लेकर वो दुनिया की मशुहर पत्रिकाओं की सुर्खियों में आ गई थी। सपना चौधरी का जन्म राजा रोहताश की नगरी में माना जाता है। दरअसल, सपना चौधरी हरियाणा के रोहतक जिले में जन्मी है।
रोहतक का प्राचीन नाम के बारें में जानें
हमारे पाठकों को बता दें कि, रोहतक (Explain Story to Rohtak City) हरियाणा का जाना-माना जिला है। ये हरियाणा के 21 जिलों में से एक है। दिल्ली से सिर्फ 70 किलोमीटर की दूरी पर छंटी हुई ये जगह ऐतिहासिक स्थलों और प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर है। रोहतक शहर के नामकरण को लेकर दो मत हैं, पहला इस क्षेत्र को राजा रोहताश का संरक्षण प्राप्त था और उन्हीं के नाम पर इस जगह का नाम पड़ा। वहीं, दूसरा मत ये है कि यहां पहले बहुतायत में रोहड़ के पेड़ पाए जाते थे, जिन्हें संस्कृत में रोहिताक कहा जाता है। शायद इसी वजह से इस जगह का नाम रोहतक पड़ा है। लेकिन अब रोहतक राजनीतिक अखाड़ा के नाम से जाना जाता है। यहां लोकसभा चुनाव में अबकी बार प्रत्याशी कांग्रेस से हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा के बेटे दीपेंद्र हुड्डा है, जबकि उनके सामने सियासी मैदान में पिछले 5 वर्ष से यहां भाजपा के सांसद डॉ. अरविंद शर्मा प्रत्याशी के तौर पर उतरे है।
रोहतक इस मठ के नाम से भी मशुहर है
पाठकों यदि आप रोहतक घूमने का नियोजना बना रहे हैं, तो अस्थल बोहर मठ जाना ना भूलें। ये मठ शहर के पूर्वी बाहरी इलाके में स्थित है, जो कि रोहतक से सिर्फ 7 कि.मी की दूरी पर स्थित। ये मठ गुरु गोरखनाथ के अनुयायियों के लिए एक महत्वपूर्ण स्थान है, जो भगवान शिव के परम भक्त थे। इस मठ की स्थापना गुरु गोरखनाथ के शिष्य पूरन भगत ने की थी। कुछ समय तक ये ऐसी रहा, लेकिन बाद में बाबा मस्तानाथ ने इसे फिर से संवारा। आज ये मठ कई शैक्षणिक संस्थानों और अस्पतालों का सामाजिक सेवाएं देते हुए संचालन कर रहा है।
मेहम की धरोहरों से भी चमकता है रोहतक
मेहम के बिना रोहतक (Explain Story to Rohtak City) की कल्पना करना ऐसा है, जैसे पानी बिना घड़ा हो। रोहतक में मेहम एक छोटा सा शहर है। मेहम अपने पुरातात्विक मशुहर स्थलों के लिए जाना जाता है, जो शहर के इतिहास को बयां करते हैं। मेहर उन कुछेक जगहों में से एक है जिसने Indus Valley Civilization के अस्तित्व को संजोकर रखा है। यहां पर बने कुछ मंदिर और इधर-उधर बिखरी हुई कुछ मस्जिद और मकबरे घूमने वाले को हिंदू धरोहर और इस्लामिक वास्तुकला का इतिहास बताती हैं और पर्यटकों को आकर्षित भी करती है।
बाइंडवास झील को रोहतक का जादू कहा जाता है
पाठको को बता दें कि, बाइंडवास झील को रोहतक शहर का जादू कहा जाता है। क्योंकि ये रोहतक शहर (Explain Story to Rohtak City) की आकर्षिता और शान बढ़ाती है। दरअसल ये एक अर्टिफियल झील है जो अपने आप में चिड़ियों का स्वर्ग बन गई है। और इतना ही नहीं, ये झील पिकनिक मनाने के लिए भी एकदम बढ़िया जगह है! सर्दियां खत्म होते ही, जैसे मौसम खुशनुमा होता है, वैसे ही इस शांत और खूबसूरत झील के आसपास चिड़ियों को देखने के शौकीन लोगों का तांता लग जाता है।
तिलयार झील रोहतक की दीवानी है
तिलयार झील रोहतक शहर (Explain Story to Rohtak City) के दिल में छाने वाली दीवानी है। यदि हमारे पाठकों को घूमने का मन है और शांति जगह पर रहना चाहते हैं, तो 132 एकड़ में फैला तिलक झील आपके लिए किसी जन्नत से कम नहीं। ये झील करीब 20 एकड़ में फैली है और चारों तरफ से पानी के पेड़ों और जंगल से घिरी हुई है। दूर-दूर से तरह-तरह के पंछी यहां आते हैं, जिन्हें देखने के लिए शौकीन लोग और घूमने-फिरने के लिए पिकनिक मनाने वाले लोग भी खूब आते हैं। मस्ती करने के लिए आप बोटिंग, मछली पकड़ना और कयाकिंग जैसी चीज़ें कर सकते हैं।
रोहतक जू है शहर की रुह
हरियाणा के रोहतक (Explain Story to Rohtak City) में स्थित तिलियार झील आपके लिए एकदम सही चॉइस है! 132 एकड़ का ये खूबसूरत इलाका प्रकृति की गोद में बसा हुआ है, जहां हर तरफ हरियाली और शांत वातावरण है। 20 एकड़ में फैला तिलियार झील पानी और जंगल से घिरा हुआ है, जो दूर-दूर से पक्षी देखने वालों और पिकनिक मनाने वालों को अपनी ओर खींचता है।बच्चों के साथ घूमने का भी ये बेहतरीन ऑप्शन है। यहां आपको तिलियार मिनी जू, जिसे रोहतक जू के नाम से भी जाना जाता है, वो भी देखने को मिलेगा। ये जू साल 1987 में बना था और आज ये फैमिली पिकनिक के लिए काफी फेमस है। यहां पहले कई छोटे-छोटे चिड़ियाघर हुआ करते थे, जिन्हें बंद करके अब सब कुछ इसी एक बड़े जू में शिफ्ट कर दिया गया है। इसलिए रोहतक जू को शहर की रुह माना जाता है।