SBI Bank Bond Money 2024 : एसबीआई बैंक ने बॉन्ड के तहत से 10 हजार करोड़ रुपए जुटाए, जानें विस्तार से

Parvesh Mailk
2 Min Read
SBI Bank raised Rs 10 thousand crore under bonds, know in detail

SBI Bank Bond Money 2024 : लोकसभा चुनावों में बॉन्ड घोटाला के रुप में भारतीय राजनिती का बिंदू रहा भारतीय स्टेट बैंक यानि एसबीआई ने बुधवार को अपने पांचवें बुनियादी ढांचा बॉन्ड के तहत 10 हजार करोड़ रुपए जुटाए हैं। लोकसभा चुनावों के गलियारा में चर्चित रहा एसबीआई बैंक ने सार्वजनिक क्षेत्र के ऋणदाता ने यह राशि 7.36 प्रतिशत की कूपन दर पर जुटाई है।

 

बैंक को कई हजार करोड़ रुपये की बोलियां प्राप्त हुई

पाठकों को बता दें कि, एसबीआई (SBI Bank Bond Money 2024) ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि, इस निर्गम को निवेशकों से जबर्दस्त प्रतिक्रिया मिली और 19 हजार 884 करोड़ रुपए से अधिक की बोलियां प्राप्त हुईं। इसे 5 हजार करोड़ रुपए के आधार निर्गम आकार के मुकाबले लगभग 4 गुना अधिक अभिदान मिला। बैंक ने आगे कहा है कि, उसे कुल 143 बोलियां मिलीं, जो बोलियों की विविधता के साथ व्यापक भागीदारी का संकेत देता है।

ये भी पढ़ें :   Today headlines : भाजपा की लिस्ट में 195 कैंडिडेट्स, 34 मंत्री, 28 महिलाएं; पीएम से बोले नीतीश- अब कहीं नहीं जाऊंगा; राहुल की यात्रा मध्यप्रदेश पहुंची

 

तमाम कंपनियों से जुटाएं करोड़ो रुपये

एसबीआई बैंक के मुताबिक,  बोलियों की विवधता के साथ व्यापक भागीदारी का संकेत निवेशक भविष्य निधि, पेंशन कोष, बीमा कंपनियों, म्यूचुअल फंड, कॉरपोरेट्स आदि से थे। बैंक ने कहा है कि, बॉन्ड के माध्यम से मिलने वाली राशि का उपयोग बुनियादी ढांचे और किफायती आवास क्षेत्रों के वित्तपोषण के लिए किया जाएगा। एसबीआई ने कहा, “प्रतिक्रिया के आधार पर बैंक ने सालाना देय 7.36 प्रतिशत की कूपन दर पर 10 हजार करोड़ रुपए स्वीकार करने का फैसला किया है।”

Share This Article
Follow:
मेरा नाम प्रवेश है, मैने पिछले साल जनवरी 2023 में मास्टर ऑफ आर्ट जर्नलिजम मासकॉम किया है, तभी से क्लिनबोल्ड से कंटेंट राइटर के तौर से जुड़ा हुआ हूं। इससे पहले पंजाब केसरी में दो महिने कंटेट राइटर का कार्य किया हैं। इसके अतिरिक्त लेखक के तौर पर सामाजिक आर्टिकल और काव्य- संग्रह में भी सक्रिय रहता हूँ।
Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *