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अजब-गजब : देश का 50 किलोमीटर लंबा एकमात्र नेशनल हाईवे, जिसका निर्माण 9 साल से जारी

2014 में शुरू हुआ था निर्माण कार्य

Clin bold News / Haryana

 

जिस दौर में केंद्रीय परिवहन मंत्री परिवहन एवं राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी देश में नेशनल हाईवे का जाल तेजी से बिछाने में लगे हैं, और उनकी बात पर देश भरोसा भी कर रहा है, उसी दौर में जींद जिले में एक ऐसा नेशनल हाईवे भी है, जो 9 साल से निर्माणाधीन है।
केंद्रीय परिवहन एवं राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी की तेज गति से नेशनल हाईवे के निर्माण की योजना को जींद (National Highway): रोहतक – नेशनल हाईवे की फोर लेनिंग का निर्माण कार्य मुंह चिढ़ा रहा है। इस नेशनल हाईवे की फोर लेनिंग का निर्माण कार्य पूरे 9 साल से चल रहा है, और अभी तक पूरा नहीं हुआ है। हरियाणा ही नहीं, पूरे देश में यह एकमात्र ऐसा नेशनल हाईवे है, जिसका निर्माण कार्य 9 साल में भी पूरा नहीं हुआ है।

 

2014 में शुरू हुआ था निर्माण कार्य

जींद- रोहतक के बीच लगभग 50 किलोमीटर(National Highway) लंबे इस नेशनल हाईवे की फोर लेनिंग का निर्माण कार्य साल 2014 में शुरू हुआ था। इसका शिलान्यास जून 2014 में जींद की नई अनाज मंडी में हुई कांग्रेस की रैली में तत्कालीन केंद्रीय परिवहन एवं राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग के मंत्री सीपी जोशी ने किया था। रैली में हरियाणा के तत्कालीन सीएम भूपेंद्र हुड्डा भी मौजूद थे।

साल 2014 में ही हाईवे का निर्माण कार्य शुरू हुआ था। (National Highway)अब 9 साल नेशनल हाईवे के निर्माण कार्य को शुरू हुए हो चुके हैं, मगर अभी तक निर्माण कार्य पूरा नहीं हुआ है। देश में एक भी ऐसा नेशनल हाईवे नहीं होगा, जिसका निर्माण कार्य 9 साल में पूरा नहीं हुआ हो, और जिसकी लंबाई महज 50 किलोमीटर हो। अगर 9 साल को 50 किलोमीटर से भाग करें तो 1 साल में 5 किलोमीटर लंबे नेशनल हाईवे का निर्माण भी नहीं हो पाया है।

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9 साल में बदली दो कंपनियां

इस नेशनल हाईवे का निर्माण कार्य साल 2014 में जिस निर्माण कंपनी को दिया गया था, उसने शुरुआती दौर(National Highway) में तेज गति से निर्माण कार्य शुरू किया। बाद में उसके निर्माण की गति बेहद धीमी हो गई। कंपनी ने काम निर्धारित गति से नहीं किया तो एनएचएआई ने उसका टेंडर रद्द कर दिया। टेंडर रद्द किए जाने को कंपनी ने हाईकोर्ट में चुनौती दी। हाईकोर्ट से मामला आर्बिट्रेटर के पास आया, और आर्बिट्रेटर से मामला निपटने के बाद एनएचएआई को इस नेशनल हाईवे की फोरलेन के निर्माण कार्य के लिए दोबारा टेंडर जारी करने पड़े।

अब जिस कंपनी को जींद – रोहतक नेशनल हाईवे की फोर लैनिंग का निर्माण कार्य सौंपा गया है, वह कंपनी(National Highway) भी पिछले 4 साल से निर्माण कार्य में लगी है, लेकिन अभी तक निर्माण कार्य पूरा नहीं कर पाई है। इस कंपनी की नेशनल हाईवे की फोर लेनिंग के निर्माण कार्य की जींद जिले में डेडलाइन कई बार बढ़ानी पड़ी है।

 

निर्माण की धीमी गति को डीसी डॉ मनोज कुमार ने दी स्पीड

जींद- रोहतक के बीच नेशनल हाईवे की फोर लेनिंग का निर्माण कार्य बेहद धीमी और यूं कहे की कछुआ चाल से हो रहा था, तो अतिशयोक्ति नहीं होगी। इस निर्माण कार्य की धीमी गति और इससे लोगों को होने वाली भारी परेशानी को जींद के डीसी डॉ मनोज कुमार ने समझा। डीसी डॉ मनोज कुमार एनएचएआई अधिकारियों को पिछले साल मई महीने की तपती दोपहरी में जींद पुलिस की नॉन एसी बस में बैठा कर ले गए थे।

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एनएचएआई अधिकारियों को उन्होंने निर्माणाधीन हाईवे पर लटकों- झटकों वाला सफर पुलिस की नॉन एसी बस में करवाया तो अधिकारियों को एहसास हुआ कि किस तरह लोग अपनी जान जोखिम में डालकर हाईवे पर हर रोज बसों और(National Highway) गाड़ियों में सफर करते हैं। उसके बाद अधिकारियों ने निर्माण कंपनी को कसा और निर्माण कार्य में तेजी आई। डीसी डॉ मनोज कुमार इससे भी संतुष्ट नहीं हुए।

उन्होंने एनएचएआई की सचिव को लगातार पत्र लिखकर जींद- रोहतक नेशनल हाईवे की फोर लेनिंग का (National Highway)निर्माण कार्य जल्द से जल्द पूरा करवाने का अनुरोध किया। डीसी ने इतने पत्र एनएचएआई की सचिव को लिख दिए कि सचिव को जींद रोहतक नेशनल हाईवे और जींद के डीसी डॉ मनोज कुमार का नाम जुबानी याद हो गया।

इसकी पुष्टि खुद हिसार के भाजपा सांसद बृजेंद्र सिंह ने करते हुए कहा कि एनएचएआई की सचिव को जींद (National Highway)रोहतक नेशनल हाईवे और जींद के डीसी डॉ मनोज कुमार का नाम जुबानी याद हो गया है। डीसी डॉ मनोज कुमार के इन प्रयासों का नतीजा है कि जींद- रोहतक नेशनल हाईवे की फोर लेनिंग का निर्माण कार्य अगले डेढ़ महीने में जिले की सीमा में पूरा हो जाएगा।

जींद के पूर्व एसपी नरेंद्र बिजारनिया की भी रही अहम भूमिका

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जींद के एसपी रहते नरेंद्र बिजारनिया ने डीसी डॉ मनोज कुमार के साथ पिछले साल मई की झुलसा देने वाली गर्मी में जींद से पोली गांव तक का लगभग 35 किलोमीटर का लटकों- झटकों वाला सफर जींद पुलिस की नॉन एसी बस में तय किया था। इस नेशनल हाईवे के निर्माण की एक बाधा को एसपी नरेंद्र बिजारनिया ने चंद मिनटों में दूर करवाया था, जो दूर होने का नाम ही नहीं ले रही थी।

 

इस नेशनल हाईवे के साथ शुरू हुए दूसरे हाईवे के निर्माण को होने चले हैं 4 साल से ज्यादा

जींद -रोहतक नेशनल हाईवे की फोर लेनिंग के निर्माण कार्य के साथ ही जींद से दातासिंहवाला गांव तक के नेशनल हाईवे की फोर लेनिंग का काम भी शुरू हुआ था। जींद से दातासिंहवाला तक के नेशनल हाईवे की फोर लेनिंग के निर्माण कार्य को पूरा हुए लगभग 4 साल से ज्यादा हो चले हैं।

डीसी खुद कर रहे मॉनिटरिंग

जींद से रोहतक के बीच नेशनल हाईवे की फोर लेनिंग के निर्माण कार्य की जींद जिले की सीमा में पोली गांव तक मॉनिटरिंग खुद डीसी डॉ मनोज कुमार मॉनिटरिंग कर रहे हैं। उनका कहना है कि जींद जिले की सीमा में हाईवे की फोर लेनिंग का काम अगले एक महीने में पूरा हो जाएगा।

 

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