Haryana One Miter Yojana Vacancy 2024 : हरियाणा में बेरोजगारी अपनी चरम पर हैं, लेकिन हरियाणा सरकार बेरोजगारों के लिए एक खुशखबरी लाई है। हरियाणा के सीएम नायब सैनी ने बताया है कि, जल्द ही वन-मित्र योजना के जरिये वन-मित्रों की भर्ती की जाएगी जिनको पौधों की देखभाल करने के लिए मानदेय दिया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि, वन विभाग द्वारा वन -क्षेत्र में पहले से लगे हुए तथा हर वर्ष पौधारोपण अभियान के तहत लगाए जाने वाले पौधों की ड्रोन से नियमित मैपिंग की जाए। वन भूमि पर आग लगने पर बुझाने में देरी होने पर फोरेस्ट -गॉर्ड से लेकर उच्चाधिकारी तक का दायित्व तय किया जाएगा।
चंडीगढ़ में वन एवं वन्य जीव विभाग की बैठक हुई
सीएम सैनी रविवार को चंडीगढ़ में वन एवं वन्य जीव विभाग की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। इस मौक पर पर उन्होंने ” प्राण वायु देवता योजना ” (Haryana One Miter Yojana Vacancy 2024) का ब्रॉशर का विमोचन भी किया। बैठक में पर्यावरण, वन एवं वन्य जीव राज्यमंत्री संजय सिंह भी उपस्थित थे।
सीएम ने बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि, वन -क्षेत्र (Haryana One Miter Yojana Vacancy 2024) से अवैध कटाई को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, यदि इसमें किसी कर्मचारी की सहभागिता पाई गई तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने प्रति वर्ष वन विभाग द्वारा बारिश के मौसम में चलाए जाने वाले वृक्षारोपण अभियान की विस्तार से समीक्षा की और कहा कि इन पौधों की जियो -टैगिंग की जाए तथा ड्रोन की हेल्प से 5 साल तक उनकी ग्रोथ पर नज़र रखी जाए।
पेड़-पौधे के पानी के लिए ट्यूबवैलों की व्यवस्था करें
सीएम सैनी ने जंगलों में होने वाली आगजनी की घटनाओं पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि, ऐसी घटनाओं से जीव जंतु तो मरते ही हैं , करोड़ों रूपये की लकड़ी का नुकसान होता है और प्रदूषण भी फैलता है। उन्होंने कहा कि, यदि आगजनी की घटना होने पर आग बुझाने में अनावश्यक देरी हुई तो वन विभाग के फारेस्ट गॉर्ड से लेकर जिला स्तर तक के अधिकारी नपेंगे।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि कलेसर , सुल्तानपुर जैसे नेशनल पार्क और अन्य गहरे जंगलों में नहरों या ट्यूबवैलों से पानी पहुँचाने की व्यवस्था की जाए ताकि ज्यादा गर्मी में वन्य जीवों के लिए यह पानी पीने के काम आ सके और इससे आगजनी की घटना होने पर आग बुझाने में सहयोग मिल सकेगा।
हर्बल पार्क के लिए 10 करोड़ रुपये खर्च होंगे
मुख्यमंत्री को जानकारी दी गई कि इस वर्ष 2024 -25 में 150 करोड़ रुपए का बजट पौधारोपण के लिए आवंटित किया गया है जबकि हर्बल पार्क के लिए 10 करोड़ खर्च किये जाएंगे। सीएम को अवगत करवाया गया कि, 75 वर्ष से अधिक उम्र के स्वस्थ पेड़ों की देखभाल करने वालों को राज्य सरकार द्वारा “प्राण वायु देवता” योजना के तहत 2750 रूपये प्रति वर्ष पेंशन देने की योजना चलाई गई है। इस योजना के तहत अभी तक 3819 पौधों की पहचान की गई है।