Cock evidence : कोर्ट में जब भी कोई मामला जाता है तो अदालत लगाए गए हर आरोप के लिए सबूत मांगती है और पेश किए गए सबूत के आधार पर अपना फैसला सुनाती है। इस दौरान कई बार अजीबोगरीब मामले सामने आ जाते हैं। ऐसा ही मामला पंजाब की बठिंडा पुलिस के सामने खड़ा हो गया है। जहां एक मुर्गा पुलिस की केस प्रॉपर्टी बन गया है।
मामले का फैसला आने तक पुलिस अब उक्त मुर्गे पर नजर रखे हुए है। हुआ यूं कि पुलिस ने मुर्गों की लड़ाई आयोजित करने के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया। पुलिस ने उसके पास से एक मुर्गा और 11 ट्रॉफियां बरामद की़
अब उक्त मुर्गा और ट्राफियां पुलिस की संपत्ति बन गई है।
चल रहे मामले में गवाही के दौरान पुलिस को उक्त मुर्गे को कोर्ट में पेश करना होगा। थाना सदर बठिंडा की पुलिस ने इस मुर्गों की लड़ाई को अंजाम देने वाले तीन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। उनमें से एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। वहीं, दो आरोपी फरार बताए जा रहे हैं, जिनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस कोशिश कर रही है। इस कार्रवाई के दौरान पुलिस ने एक मुर्गा और पुरस्कार देने के लिए रखी गई 11 ट्रॉफियां बरामद की हैं।
गौरतलब है कि उक्त लोगों ने मुर्गों की लड़ाई का टूर्नामेंट आयोजित किया था। जीतने वाले मुर्गे के मालिक को इनाम देने की घोषणा भी की थी। आपको बता दे कि सरकार ने मवेशी, पक्षी और जानवरों की लड़ाई प्रतियोगिताओं पर प्रतिबंध लगाया हुआ है। ऐसी प्रतियोगिता आयोजित करने वाले व्यक्तियों के खिलाफ बेजुबान पक्षियों और जानवरों के प्रति क्रूरता के आरोप में मामला दर्ज करने के आदेश जारी किए गए हैं।
ऐसे ही मामले में पंजाब पुलिस ने कार्रवाई कर दी। अब पुलिस ने मौके से बरामद मूर्गे को बतौर सबूत अदालत के सामने पेश करना होगा ताकि आरोपियों पर लगे आरोप साबित हो सके। इसलिए अब पुलिस को मौके से बरामद मूर्गे संभालकर रखने पड़ रहें हैं।
बठिंडा चौंकी इंचार्ज निर्मलजीत सिंह ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि गांव बल्लुआना में कुछ लोग मुर्गों की लड़ाई करा रहे हैं. इस पर कार्रवाई करते हुए बल्लुआना निवासी राजविंदर सिंह, जगसीर सिंह और गुरजीत सिंह के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। इस मामले में राजविंदर सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है। जगसीर सिंह और गुरजीत सिंह को अभी गिरफ्तार नहीं किया जा सका है।