UP News: उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्धनगर में स्थित जेवर एयरपोर्ट के निर्माण के साथ क्षेत्र में विकास की नई लहर आ रही है। हाल ही में 9 दिसंबर को एयरपोर्ट पर पहली ट्रायल लैंडिंग सफल रही, जिसके बाद इस एयरपोर्ट को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का हब बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बढ़ाए गए हैं। एयरपोर्ट से जुड़ी कनेक्टिविटी में सुधार के लिए एक नई 8.25 किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण किया जा रहा है, जो जेवर एयरपोर्ट को यमुना एक्सप्रेसवे से जोड़ेगी।
यह सड़क न केवल एयरपोर्ट की कनेक्टिविटी को बेहतर बनाएगी, बल्कि क्षेत्रीय परिवहन को भी सुविधाजनक बनाएगी। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) द्वारा बनाई जा रही इस सड़क का उद्देश्य भविष्य के बढ़ते ट्रैफिक को ध्यान में रखते हुए सभी प्रकार के वाहनों के लिए सहूलियत सुनिश्चित करना है। इस नई सड़क की लंबाई 8.25 किलोमीटर होगी, और इसे 30 मीटर चौड़ा बनाया जाएगा, जिससे यातायात की बढ़ती मांग को आसानी से पूरा किया जा सके। पहले इसे 14 मीटर चौड़ा बनाने की योजना थी, लेकिन ट्रैफिक की बढ़ती दर को देखते हुए इसे बढ़ाकर 18 मीटर किया गया है।
सड़क निर्माण की लागत 178 करोड़ रुपये आएगी, जो पूरी तरह से यमुना प्राधिकरण द्वारा उठाई जाएगी। पहले इसे 64 करोड़ रुपये की लागत से बनाने की योजना थी, लेकिन निर्माण कार्य की गुणवत्ता को देखते हुए इसे NHAI को सौंपा गया है। क्षेत्रीय परिवहन के लिए महत्वपूर्ण कड़ी: NHAI के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह के अनुसार, इस मार्ग से क्षेत्रीय परिवहन के लिए एक महत्वपूर्ण कड़ी स्थापित होगी। इसके माध्यम से जेवर एयरपोर्ट और यमुना एक्सप्रेसवे के बीच सीधी कनेक्टिविटी प्राप्त होगी, जिससे यातायात और लॉजिस्टिक्स गतिविधियों में सुगमता आएगी।
सुनिश्चित करना है। सड़क के कैरिज-वे को चौड़ा करने से यह सुनिश्चित किया जाएगा कि कार्गो ट्रक, भारी वाहन और यात्री वाहन आसानी से आवाजाही कर सकें। इस सड़क के निर्माण से न केवल लॉजिस्टिक्स के क्षेत्र में सुधार होगा, बल्कि आस-पास के क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे का भी विकास होगा। इससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में मदद मिलेगी और नए रोजगार के अवसर पैदा होंगे।