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Global City : हरियाणा में दुबई सिंगापुर की तरह एक हजार एकड़ में बनेगी ग्लोबल सिटी, पांच लाख को मिलेगा रोजगार 

सोहना की ग्लोबल सिटी में एक लाख करोड़ का निवेश, पांच लाख युवाओं को मिलेगा रोजगार
 
Global City  हरियाणा में दुबई सिंगापुर की तरह एक हजार एकड़ में बनेगी ग्लोबल सिटी, पांच लाख को मिलेगा रोजगार

हरियाणा में गुरुग्राम के निकट सोहना में करीब एक हजार एकड़ में बनाई जाने वाली ग्लोबल सिटी को दुबई और सिंगापुर की तर्ज पर विकसित करने की योजना है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी द्वारा परियोजना की तैयारियों का जायजा लेने के बाद हरियाणा के उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री राव नरबीर ने अधिकारियों से प्रगति रिपोर्ट हासिल की। ग्लोबल सिटी के पहले चरण का काम 2026 तक पूरा होने का अनुमान है।

पहले चरण में 587 एकड़ में निर्माण कार्य होगा, जिस पर 940 करोड़ लागत आएगी। सड़क, यूटिलिटी टनल व कनेक्टिविटी होगी। राज्यसरकार ने दावा किया है कि इस ग्लोबल सिटी में दो लाख लोगों के रहने की व्यवस्था होगी। करीब पांच लाख लोगों को रोजगार मिलने की संभावना है। यहां करीब एक लाख करोड़ रुपये का भारतीय व विदेशी निवेश संभव है।

इंटरनेशनल एयरपोर्ट से सोहना के प्रस्तावित ग्लोबल सिटी की कनेक्टिविटी मात्र 30 मिनट की रहेगी। इसे अंतरराष्ट्रीय मानकों के आधार पर विकसित करने पर काम चल रहा है, जिसमें रेजिडेंशियल और कामर्शियल साइटों के अलावा अस्पताल, स्कूल और कालेज बनाए जाएंगे। ग्लोबल सिटी में एक बड़ा ग्रीन एरिया भी विकसित होगा।

उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री राव नरबीर सिंह ने अधिकारियों की बैठक लेकर मुख्यमंत्री द्वारा बजट भाषण में घोषित 10 नई इंडस्ट्रीय माडल टाउनशिप (आइएमटी) के निर्माण की प्रगति की भी समीक्षा की। इनमें से पांच आइएमटी को मंजूरी मिल चुकी है, जबकि बाकी पांच की प्रक्रिया जारी है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि भू-मालिकों से नियमित संवाद स्थापित करें और उन्हें ई-भूमि पोर्टल पर जमीन उपलब्ध कराने के लिए प्रेरित करें। 

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यह प्रणाली किसान को अपनी भूमि का मूल्य स्वयं निर्धारित करने और सरकार तक जानकारी सीधे पहुंचाने की सुविधा देती है। राव नरबीर ने कहा कि ग्लोबल सिटी में आधुनिक सड़क नेटवर्क, पेयजल और सीवरेज प्रणाली, स्टार्म वाटर ड्रेनेज, ऊर्जा प्रबंधन और स्मार्ट इन्फ्रास्ट्रक्चर जैसी सुविधाओं को अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप विकसित किया जाएगा। राव नरबीर सिंह ने जानकारी दी कि कुंडली-मानेसर-पालवल (केएमपी) एक्सप्रेस वे एचएसआइआइडीसी की सबसे महत्वपूर्ण परिसंपत्तियों में से एक है। वर्ष 2041 की प्रस्तावित जनसंख्या को ध्यान में रखते हुए एक्सप्रेसवे के दोनों ओर पांच नये आधुनिक शहर विकसित करने की योजना पर तेजी से कार्य किया जा रहा है।

गुरुग्राम, फरीदाबाद और नूंह जिलों में अधिक औद्योगिक संभावना

उद्योग मंत्री ने बताया कि गुरुग्राम, फरीदाबाद और नूंह जिले अपनी भौगोलिक स्थिति के कारण अत्यधिक संभावनाओं वाले क्षेत्र हैं। दिल्ली की निकटता, इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की उपलब्धता और उत्तर प्रदेश के जेवर एयरपोर्ट के निकट होने के कारण यह क्षेत्र निवेशकों की पहली पसंद बन रहा है। मुख्यमंत्री की इच्छा है कि प्रस्तावित 10 नई आइएमटी में से एक आइएमटी का विकास जापानी कंपनियों के सहयोग से किया जाए, जिससे हरियाणा को तकनीकी विशेषज्ञता, गुणवत्ता और वैश्विक औद्योगिक मानकों का लाभ मिलेगा।

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