जींद में 300 में से 8 ग्राम पंचायतों ने ही भेजा शराबबंदी का प्रस्ताव, देखें गांवों की लिस्ट
जींद जिले में 300 में से केवल 8 ग्राम पंचायतों ने ही शराबबंदी के लिए प्रस्ताव पास कर आबकारी एवं कराधान विभाग को भेजा है। अब इन ग्राम पंचायतों को अब पंचकूला मुख्यालय में कमिशनर के सामने पेश होना होगा। वहां सुनवाई होगी।
11 जून से शराब ठेकों का नया सैशन शुरू होना है। पिछले साल 18 ग्राम पंचायतों ने प्रस्ताव पास कर भेजा था लेकिन केवल 5 गांवों में ही शराबबंदी हो पाई थी। 13 पंचायतों के नियमों पर खरा नहीं उतर पाने के कारण उनके प्रस्ताव रिजेक्ट हो गए।
वर्ष 2021-22 में 80 ग्राम पंचायतों ने प्रस्ताव पास कर विभाग के पास भेजे थे, जिस पर 31 गांवों में शराब ठेका नहीं खुला था। इसके बाद 2022-23 में 21 ग्राम पंचायतों ने और 2023-24 में 18 ग्राम पंचायतों ने प्रस्ताव भेजे।
इन 8 पंचायतों ने भेजे प्रस्तावजींद जिले की जलालपुर खुर्द, रधाना, देवरड़, झमौला, रामकली, मोरखी, मालश्रीखेड़ा और कुरड़ गांव ने आबकारी विभाग के पास प्रस्ताव भेज मांग की है कि उनके गांव में शराब ठेका नहीं खोला जाए।
शराबबंदी का प्रस्ताव भेजने वाली ग्राम पंचायतों को मुख्यालय से सामने पेश होना है। वहां गांवों का रिकार्ड चेक किया जाएगा और देखा जाएगा कि गांव में अवैध शराब के मामले तो नहीं आएं। जिस गांव में पिछले दो साल का अवैध शराब का कोई केस नहीं मिला, वहां शराबंदी की अनुमति दे दी जाएगी।
शराबबंदी के लिए यह है नियमविभाग के नियमों के अनुसार जिस भी गांव में पिछले 2 साल में एक बार भी अवैध शराब की बिक्री का मामला पकड़ा गया तो शराब ठेका बंद करने की अनुमति नहीं मिलेगी। अगर गांव में गुरुकुल होगा, तो उस गांव में शराब का ठेका नहीं खुलेगा। इसके अलावा स्कूल और मंदिर से लगभग 150 मीटर क्षेत्र में शराब ठेका नहीं खोले जान का नियम है।
वर्ष 2019 में प्रदेश में गठबंधन सरकार के तत्कालीन डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने शराबबंदी एक्ट में संशोधन किया था और फैसला लिया था कि जो पंचायत अपने गांव में शराब ठेका नहीं खुलवाना चाहती, वह गांव के 10 प्रतिशत मतदाताओं की सहमति के ग्राम सभा की बैठक कर प्रस्ताव पारित इसे विभाग के कार्यालय में जमा करवा सकती है।
इस समय इन गांवों में है शराबबंदी :-गांव कालता, भौंसला, रोजखेड़ा, देवरड़, बहबलपुर गांव में ही वर्तमान वित्तीय वर्ष में शराब का ठेका बंद है। आगामी सत्र में शराब ठेका बंद करवाने को लेकर आठ ग्राम पंचायतें आगे आई हैं।
जिले में शराबबंदी के लिए आठ ग्राम पंचायतों ने प्रस्ताव भेजे थे। प्रस्ताव भेजने वाली सभी पंचायतों के प्रस्ताव मुख्यालय भेज दिए गए हैं। अब मुख्यालय पर इन ग्राम पंचायतों की सुनवाई होगी और पुलिस से रिकार्ड मांगा जाएगा कि इन गांवों में अवैध शराब पकड़े जाने के केस हैं या नहीं।--विजय कौशिक, डीइटीसी, आबकारी एवं कराधान विभाग