जिसका डर था वही हुआ, हिसार में टूटी बालसमंद नहर, कपास और किन्नू की फसल जलमग्न
जिस चीज का अंदेशा जताया जा रहा था, आखिरकार वही काम हो गया है। कुछ दिनों पहले लोगों ने सिंचाई विभाग को चेताया था कि बालसमंद नहर किसी भी समय टूट सकती है और आखिरकार हिसार में सीसवाला हेड के पास से बालसमंद नहर टूट गई। नहर टूटने से खेत जलमग्न हो गए हैं।

Hisar News: जिस चीज का अंदेशा जताया जा रहा था, आखिरकार वही काम हो गया है। कुछ दिनों पहले लोगों ने सिंचाई विभाग को चेताया था कि बालसमंद नहर किसी भी समय टूट सकती है और आखिरकार हिसार में सीसवाला हेड के पास से बालसमंद नहर टूट गई। नहर टूटने से खेत जलमग्न हो गए हैं।
बताया जा रहा है कि नहर रात में टूटी है। सुबह ग्रामीण खेतों में पहुंचे तो उन्हें नहर टूटने का पता चला। नहर टूटने से खेतों में बनी ढाणियों में जलभराव होने का खतरा पैदा हो गया। बालसमंद नहर बरवाला ब्रांच से निकलती है और एक दर्जन से अधिक गांवों की जमीन इस नहर के पानी से सिंचित होती है। नहर की चौड़ाई करीब 25 फुट है।
- 20 फुट चौड़ा कटाव
बालसमंद नहर सीसवाला हेड से करीब 500 मीटर आगे टूटी है। कंक्रीट से बनी नहर में करीब 20 फुट चौड़ा कटाव हो गया है। वहीं नहर से पानी डायवर्ट करने का भी कोई विकल्प नहीं है। ग्रामीणों ने बताया कि अभी तक सिंचाई विभाग की ओर से किसी ने यहा आकर सुध नहीं ली है।
ग्रामीणों ने बताया कि नहर टूटने की वजह से कपास और किन्नू के बागों में सबसे ज्यादा नुकसान पहुंच सकता है। उन्होंने बताया कि नहर के किनारे सीमेंटेड है। ऐसे में सवाल उठता है कि नहर किस तरह टूटी है या किसी ने जानबूझकर ऐसा काम किया है।