Leak NEET Exam Case 2024 : पिछले दो हफ्ते से लेकर देशभर में लीक हुए नीट के पेपर को लेकर सियासी गर्मा रही है, वहीं छात्रों ने भी प्रदर्शन करके सरकार की नाक में तंग कर रखा है। लेकिन अभी तक लीक पेपर का मास्टरमाइंड नी पकड़ा गया है। बता दें कि, NEET पेपर लीक की परतें जैसे-जैसे खुल रही हैं, एक से एक चौंकानेवाले मामले सामने आ रहे हैं। नीट पेपर लीक का आरोपी सिकंदर यादवेंदु ने एनएचएआई के गेस्ट हाउस का कमरा बुक कराया था जहां अनुराग यादव, शिवनंदन कुमार, अभिषेक कुमार और पीयूष राज को 5 मई को होने वाली परीक्षा से ठीक एक दिन पहले 4 मई की परीक्षा से जुड़े सवाल दिए गए थे और इन लोगों ने रटकर अगले दिन परीक्षा दी थी। इन सभी ने पुलिस को दिए अपने बयान में यह कबूल किया है कि परीक्षा में ठीक वही सवाल पूछे गए जो इन्होंने रटे थे।
कौन है सिकंदर यादवेंदु ?
पाठकों को बता दें कि, नीट पेपर लीक (Leak NEET Exam Case 2024) का आरोपी सिकंदर यादवेंदु कौन को तेजस्वी यादव के द्वारा पीएस से पैरवी कर एनएचएआई का गेस्ट हाउस बुक कराया। करीबी सूचना के मुतबिक, सिकंदर जल संसाधन विभाग का अधिकारी था। उसकी पोस्टिंग जल संसाधन विभाग में हुई थी। मगर वह अपनी पहुंच के चलते नगर विकास विभाग में आ गया था। सिकंदर की पोस्टिंग दानापुर में थी और वहां वह जूनियर इंजीनियर के पद पर तैनात था।
इतना ही नहीं सिकंदर को आस-पास के 4 इलाकों का प्रभार में मिला हुआ था। सिकंदर के खिलाफ एक बार एक सीनियर अधिकारी ने शिकायत की तो उसे सस्पेंड किया गया लेकिन अपनी पकड़ के चलते वो 10 दिन में ही दोबारा बहाल हो गया था। इससे पता चलता है कि उसकी पहुंच किस स्तर तक थी। आरोपी सिकंदर जूनियर इंजीनियर बनने से पहले ठेकेदार था। उसके दोनों बच्चे MBBS कर रहे हैं और सिकंदर LED घोटाले में जेल भी जा चुका है।
कैसे हुआ कमरा बुक ?
बिहार के उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस पूरे मामले में यह दावा किया है कि, तेजस्वी के पीएस प्रीतम कुमार के फोन पर एनएसएआई का कमरा बुक हुआ था। उन्होंने इस संबंध में मोबाइल नंबर सहित तमाम कॉल डिटेल्स मीडिया के सामने पेश किया। उन्होंने कहा कि 1 मई को तेजस्वी के आप्त सचिव (पीएस) प्रीतम कुमार के मोबाइल नंबर से रात 9 बजकर 7 मिनट पर पथ निर्माण विभाग के कर्मचारी प्रदीप कुमार के मोबाइल नंबर पर एनएचआई गेस्ट हाउस में सिकंदर यादवेंदु के लिए कमरा बुक कराने का फोन आया। उस दिन संज्ञान नहीं लिया। फिर 4 मई को सुबह 8 बजकर 49 मिनट पर प्रीतम कुमार के मोबाइल से प्रदीप कुमार को सिकंदर यादवेंदु के लिए कमरा बुक कराने को कहा गया। कनीय अभियंता सिकंदर यादवेंदु के लिए कमरा बुक कराया गया।
तीन अधिकारी हुए निलबिंत
वहीं इस मामले (Leak NEET Exam Case 2024) को देखते हुए ठोस कार्रवाई करते हुए 3 अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है। यह कार्रवाई बिना आवंटन लोगों को ठहराने, तथ्य को छुपाने, विभाग को बरगलाना के आरोप में की गई है। निलंबित अधिकारी – प्रदीप कुमार, धर्मेंद्र कुमार धर्मकांत(JE) और सुपरिंटेंडेंट इंजीनियर उमेश राय हैं।