
Wrestlers Protest: भारतीय कुश्ती संघ (WFI) अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग को लेकर दिल्ली के जंतर-मंतर पर पहलवानों का धरना 23 अप्रैल से जारी है। इसी बीच नए संसद भवन के सामने 28 मई को पहलवानों के समर्थन में सभी खापों की महिला महापंचायत बुलाई गई है। इस महापंचायत में हरियाणा, यूपी, पंजाब, दिल्ली समेत अन्य राज्यों से भारी संख्या में किसानों समेत खापों के लोगों के पहुंचने का अनुमान जताया गया है लेकिन दिल्ली पुलिस ने महापंचायत की इजाजत नहीं दी है।
वहीं इस महापंचायत में शनिवार रात को ही लोगों के पहुंचने की संभावना को देखते हुए दिल्ली पुलिस अलर्ट मोड पर आ गई है। इस मामले में हरियाणा पुलिस से भी सम्पर्क साधा गया है। इसके बाद हरियाणा से नई दिल्ली जा रहीं महिलाओं और किसानों की धरपकड़ शुरू कर दी गई। पंजाब से दिल्ली जा रहा महिलाओं का एक जत्था शनिवार शाम को जब पंजाब से अंबाला के मंजी साहिब गुरुद्वारे पहुंचा तो पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। गुरुद्वारे के गेट पर पुलिस जवान तैनात कर दिए गए।
किसान नेताओं पर शिकंजा
वहीं कल रात 9 बजे किसान नेता राकेश टिकैत ने सोशल मीडिया पर कहा है कि महापंचायत में पहुंचने से रोकने के लिए पुलिस ने उनके कार्यकर्ताओं के पीछे फोर्स लगा दी है। उन्होंने अल्टीमेटम दिया कि अगर रात में ही पुलिस फोर्स नहीं हटाई गई तो वह रविवार सुबह कार्यकर्ता ट्रैक्टर लेकर दिल्ली निकलने को मजबूर हो जाएंगे। यूपी के आगरा में भारतीय किसान यूनियन (BKU) की यूपी इकाई के संगठन मंत्री राजकुमार करनावल को पुलिस ने घर में ही नजरबंद कर दिया है। भाकियू नेता राकेश टिकैत ने कहा कि यूपी के अलग-अलग जिलों में पुलिस उनके कार्यकर्ताओं के घर पहुंच रही है। उन्हें दिल्ली पहुंचने से रोकने के लिए ये सब किया जा रहा है।
दिल्ली की सीमाओं पर कड़ा पहरा
इस बीच दिल्ली की सीमाओं को सील करने का काम भी शुरू कर दिया गया। शनिवार देर रात बहादुरगढ़ सीमा पर टिकरी बॉर्डर पर बड़े-बड़े सीमेंट के पत्थर लाए गए। यहां दिल्ली हाईवे को संकरा करके 15 फीट कर दिया गया। रविवार सुबह इसे पूरी तरह बंद भी किया जा सकता है ताकि किसान आंदोलन की तर्ज पर पहलवानों के समर्थन में किसानों को दिल्ली पहुंचने से रोका जा सके। इसके साथ ही सिंघु, टिकरी और गाजीपुर बार्डर पर वाहनों की जबरदस्त चेकिंग के बाद ही आगे दिल्ली में एंट्री करने दी जा रही है।
मीडिया के सामने फिर रो पड़ी महिला पहलवान
किसानों की धरपकड़ की सूचना सामने आते ही पहलवानों ने रात 9 बजे जंतर मंतर पर एमरजेंसी प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई। मीडिया के सामने साक्षी मलिक और विनेश फोगाट ने रोते हुए कहा कि सरकार हम पर समझौते का दबाव बना रही है, मगर उसमें बृजभूषण को गिरफ्तार करने की कोई बात नहीं है। ऐसे में रविवार को होने वाली महिला महापंचायत होकर रहेगी। उन्होंने कहा कि पुलिस हम पर बल प्रयोग कर सकती हैं लेकिन हम पीछे नहीं हटेंगे।