10 से ज्यादा गांवों में 5 से छह नौकरियां, देखें जिले के गावों की रिपोर्ट
Highest job in village : हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (एचएसएससी) द्वारा छह फरवरी को जारी किए गए 10 हजार 233 पदों की फाइनल रिजल्ट में जींद जिले के 1100 से ज्यादा युवाओं (Highest job in village) का सिलेक्शन हुआ है। इनमें सबसे ज्यादा उचाना के गांव खरकभूरा से 17 युवाओं की नौकरी लगी है।
इसके अलावा 10 से ज्यादा गांवों में पांच-पांच युवा सरकारी नौकरी में चयनित हुए हैं। इससे युवाओं में खुशी का माहौल है और उम्मीद है कि बाकी पदों के भी जल्द ही परिणाम जारी किए जाएं, ताकि ज्यादा से ज्यादा युवाओं को रोजगार मिल सके।
बता दें कि पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट द्वारा तृतीय श्रेणी के 20 हजार पदों की भर्ती प्रक्रिया पर लगी रोक हटाते हुए 10 हजार 233 पदों का फाइनल रिजल्ट घोषित कर दिया। इनमें 20 ग्रुप की 59 कैटेगरियों के फाइनल रिजल्ट विभाग की वेबसाइट पर डाले तो परीक्षार्थियों ने विभागीय लिस्ट में अपना रोल नंबर देखा, जिसके बाद चयनित युवाओं की खुशी का कोई ठिकाना नहीं रहा।
जिले के लगभग हर गांव से एक से दो युवा का चयन इस भर्ती में हुआ है। मंगलवार और बुधवार को कोचिंग संस्थानों से लेकर बसों में यात्रियों के बीच भर्ती के परीक्षा परिणाम को लेकर ही चर्चा रही।
कोचिंग संस्थानों के अध्यापकों और गांवों के सरपंचों तथा मौजिज लोगों से बातचीत कर जिन गांवों में सबसे ज्यादा युवा (Highest job in village) चयनित हुए हैं, उनका डेटा एकत्रित किया गया। जिले के कई गांव ऐसे हैं, जहां पांच से 10 के बीच युवाओं को सरकारी नौकरी हासिल हुई है।
युवाओं का कहना है कि इससे पहले ग्रुप डी में बड़े स्तर पर युवाओं को नौकरी मिली थी तो अब ग्रुप सी की इस भर्ती में युवाओं की नौकरी लगी है। नौकरी लगने वाले युवाओं का कहना है कि वह अपनी मेहनत के दम पर नौकरी लगे हैं और इस सरकार में किसी तरह की खर्ची और पर्ची नहीं चली है।
खरकभूरा गांव में सबसे ज्यादा 17 युवाओं को मिली सरकारी नौकरी
उचाना क्षेत्र के गांव खरकभूरा गांव में सबसे ज्यादा 17 युवाओं को नौकरी मिली है। इस गांव में 12 युवा बिजली विभाग में लाइनमेन, चार स्टाफ नर्स और एक पशुपालन विभाग में वीएलडीए के पद पर चयनित हुआ है।
गांव के रामनिवास के अनुसार दीपक पुत्र राज सिंह, पूनम पत्नी दिलावर सिंह, संदीप पुत्र बलवान, सोनू पुत्र नसीब, नवीन पुत्र जसबीर, जसविंद्र पुत्र रमेश, मनजीत पुत्र रमेश, सुशील पुत्र दिलबाग, ज्योति पुत्री सुभाष, आरती पुत्री सत्ता, संदीप पुत्र भीरा का चयन सहायक लाइनमेन के पद पर हुआ है। पूजा पुत्री जोगेंद्र, नीशू पुत्री जसवीर, अनीता पत्नी नरेश कुमार, मंजू पत्नी मीन का चयन स्टाफ नर्स के पद पर हुआ है तो लोकेश पुत्र मनोज का चयन वीएलडीए के तौर पर हुआ है।
इन गांवों में भी लगी ज्यादा नौकरी
मास्टर प्रवीन बूरा के अनुसार बड़ौदा गांव में 10 नौकरी लगी हैं, जिनमें आठ सहायक लाइनमेन, एक शिफ्ट अटेंडेंट और एक वीएलडीए में चयनित हुआ है। वहीं खेमा खेड़ी में दो, ईक्कस में दो, गतौली में 12, करसोला में चार, रामकली में चार, कमाच खेड़ा में चार, झमौला गांव में दो युवाओं की सरकारी नौकरी लगी है। डीएसएल एकेडमी संचालक दीपक लाठर के अनुसार ईगराह गांव में सात, किनाना गांव में पांच, बीबीपुर गांव में चार, हैबतपुर गांव में दो युवाओं को नौकरी मिली है। दीपक लाठर का कहना है कि जींद जिले में सबसे ज्यादा युवाओं को नौकरी मिली है।