Haryana cow record : हरियाणा के मुरहा भैंस मशहूर हैं ओर डिमांड पूरे भारत में हा। लेकिन अब गाय के क्षेत्र में हरियाणा की गाय (Haryana cow record ) ने पूरे विश्व में तलहका मचा दिया है। गाय ने अक दिन में 80 लीटर दूध देकर पूरे विश्व में रिकॉर्ड बना दिया है। करनाल जिले के गांव झंझाड़ी के डेरी फार्म संचालक सुनील मेहला की गाय शकीरा ने 24 घंटे में लगभग 81 लीटर दूध देकर रिकॉर्ड बनाया है। दावा है कि इतने अधिक दूध उत्पादन से एशिया स्तर पर नया कीर्तिमान बना है।
हर रोज लेती है इतनी डाइट
पशुपालक सुनील मेहला गांव झंझाड़ी में वर्ष 2013 से डेरी फार्म चला रहे हैं। इससे पहले उनके दादा और पिता यह काम करते थे। सुनील और उनके भाई शैंकी एचएफ नस्ल की ब्रीडिंग पर भी काम कर रहे हैं। इसका ही परिणाम सबके सामने है। सुनील के अनुसार, शकीरा को हर रोज डाइट के रूप में 40 किलो साइलेज सहित दो किलो सूखी तूड़ी, 10 किलो हरा चारा और 20 किलो मिक्स फीड दी जाती है।
करनाल की गाय का तोड़ा रिकॉर्ड
सुनील ने बताया वह अपने भाई शैंकी के साथ गत 12 वर्ष से डेरी क्षेत्र में क्रियाशील हैं। इस दौरान उसने एचएफ गाय की ब्रीडिंग (Haryana cow record ) के ऊपर सबसे ज्यादा फोकस रखा। शकीरा करीब साढ़े छह वर्ष की है और चार बच्चों को जन्म दे चुकी है। हाल में शकीरा ने 24 घंटे में 80.754 लीटर दूध देकर नया कीर्तिमान रचा है।
दावा है कि शकीरा ने एशिया में सबसे ज्यादा दूध देने वाली गाय का रिकॉर्ड (Haryana cow record ) अपने नाम किया। पशु चिकित्सक डॉ. पवन ने बताया कि करीब दो वर्ष पहले करनाल में एक गाय ने 76 लीटर दूध दिया था। इसके बाद अब शकीरा ने 80 लीटर से ज्यादा दूध दिया है। इससे एशिया स्तर पर नया रिकॉर्ड बना है।
एचएफ नस्लों को प्रोत्साहन
सुनील ने बताया कि एचएफ यानि हाल्स्टीन फ्रिसियन गाय की अंतर्राष्ट्रीय नस्लों में गिनती होती है। ये एक ब्यांत में पांच से दस हजार लीटर तक दूध देने में सक्षम हैं। दुनिया में सबसे ज्यादा दूध देने वाली गायों (Haryana cow record ) में यह नस्ल अव्वल है। शुरुआती दौर में यह केवल हालैंड और जर्मनी में होती थीं। अब सुनील जैसे किसान इसे बढ़ावा दे रहे हैं।
प्रतियोगिताओं में जमाई धाक
सुनील ने बताया कि डेयरी फार्मर्स एसोसिएशन संस्था की ओर से पिछले दिनों आयोजित प्रतियोगिता हरियाणा और पंजाब से पशुपालक अपनी बेहतरीन नस्ल की गायों (Haryana cow record ) को लेकर पहुंचे। अब तक उन्होंने पांच बार इसमें हिस्सा लिया और उनकी गाय ने चार बार प्रथम स्थान पाया है। एक बार दूसरा स्थान मिला। 2023 में उनकी एक गाय ने 70 लीटर 253 ग्राम दूध दिया था। उनके दादा और पिता भी पशुपालक थे। हम उनके साथ काम करते थे लेकिन आज तकनीक बदल चुकी है। उन्हीं तकनीकों का सहारा लेकर पशुपालन कर रहे हैं।