Farmer Protest khanori border : हरियाणा-पंजाब के दातासिंहवाला बार्डर पर पहुंचा किसान शुभकरण का शव, हजारों किसानों ने दी श्रद्धांजलि

Parvesh Mailk
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Farmer Protest khanori border : हरियाणा-पंजाब के दातासिंहवाला बार्डर पर 21 फरवरी को किसानों और प्रशासन के बीच हुई झड़प में जान गंवाने वाले किसान शुभकरण का शव वीरवार को दातासिंहवाला बार्डर पर लाया गया। इससे पहले पटियाला में शुभकरण के शव का पोस्टमार्टम करवाया गया और उसके बाद ट्रैक्टर-ट्रालियों तथा गाड़ियों के काफिले के साथ उनके शव को बार्डर पर लाया गया। यहां बड़ी संख्या में किसानों ने शुभकरण को श्रद्धांजलि दी।

मृतक किसान के शव को एंबुलेंस में रखा गया था और किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल तथा सरवन सिंह पंधेर भी साथ रहे। डल्लेवाल और पंधेर ने कहा कि शाम को शुभकरण के शव का अंतिम संस्कार किया जाएगा और उसके बाद आगामी रणनीतिल तय कर (Farmer Protest khanori border) फैसला लिया जाएगा। वहीं पंजाब पुलिस ने शुभकरण की हत्या का मामला दर्ज किया है।
दातासिंहवाला बार्डर पर किसानों की संख्या बढ़ती देख पुलिस ने सुरक्षा बढ़ा दी थी लेकिन यहां पूरी तरह से शांति कायम रही। बार्डर पर अभी भी बेरिकेडिंग लगी है और सुरक्षा बल तैनात हैं।

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किसान शाम को बैठक कर आगे क्या फैसला लेते हैं, इस पर पूरे प्रदेश की निगाहें बनी हुई हैं। पिछले 17 दिनों से बार्डर  (Farmer Protest khanori border)  को सील किया गया है तथा इस रास्ते से आवाजाही पूरी तरह से बंद है। इस दौरान सात से आठ बार किसान तथा पुलिस फोर्स आमने सामने आ चुकी है। प्रशासन की तरफ से दिल्ली कूच को रोकने की खातिर किसानों पर आंसू गैस के गोले छोड़े गए, प्लास्टिक की गोलियां चलाई गई और पानी की बौछारें की गई। इस दौरान पटियाला निवासी शुभकरण की मौत हो गई। किसान नेताओं के आरोप हैं कि शुभकरण के सिर में गोली लगी है जबकि प्रशासन का कहना है कि उनकी तरफ से कोई गोली नहीं चलाई गई।

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मेरा नाम प्रवेश है, मैने पिछले साल जनवरी 2023 में मास्टर ऑफ आर्ट जर्नलिजम मासकॉम किया है, तभी से क्लिनबोल्ड से कंटेंट राइटर के तौर से जुड़ा हुआ हूं। इससे पहले पंजाब केसरी में दो महिने कंटेट राइटर का कार्य किया हैं। इसके अतिरिक्त लेखक के तौर पर सामाजिक आर्टिकल और काव्य- संग्रह में भी सक्रिय रहता हूँ।