School Holiday: भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल और केरल में भारी बारिश को लेकर “ऑरेज अलर्ट” जारी किया है। इस दौरान, तमिलनाडु के चेन्नई और आसपास के 10 जिलों में स्कूलों को बंद कर दिया गया है।
ऑरेज अलर्ट” जारी
IMD द्वारा जारी “ऑरेज अलर्ट” का मतलब है कि इन क्षेत्रों में भारी बारिश, आंधी, तूफान और आकाशीय बिजली गिरने की संभावना है। यह अलर्ट इन क्षेत्रों के निवासियों को सावधानी बरतने की चेतावनी देता है। IMD ने पूर्वानुमान के अनुसार, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में हल्की से मध्यम बारिश का अनुमान जताया है, लेकिन कुछ इलाकों में बहुत भारी बारिश भी हो सकती है।
इन जिलों में स्कूलों को बंद करने का आदेश
चेन्नई
विलुपुरम
थंजावुर
मायलादुतुरई
पुडुकेट्टई
कड्डलोर
डिंडीगुल
रामनाथपुरम
तिरुवरूर
रणिपेट
तिरुवल्लुर
इन जिलों में 11 दिसंबर को भारी बारिश और अन्य मौसम संबंधित खतरों की संभावना को देखते हुए स्कूलों को बंद करने का फैसला लिया गया है। यह निर्णय बच्चों की सुरक्षा और खराब मौसम की स्थिति को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।
भारी बारिश की संभावना
IMD के अनुसार, दक्षिण पश्चिम बंगाल की खाड़ी में बने “अच्छी तरह से चिह्नित निम्न दबाव क्षेत्र” के कारण तमिलनाडु, पुडुचेरी और आसपास के क्षेत्रों में बारिश हो रही है। अगले कुछ दिनों में इन राज्यों में भारी बारिश और कुछ जगहों पर आकाशीय बिजली गिरने का अनुमान है।
खासकर अरियालुर, थंजावुर, तिरुवरूर और पुडुकेट्टई जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है, जिससे जलभराव और अन्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा, हल्के तूफान और बारिश के दौरान बिजली गिरने की संभावना भी जताई जा रही है।
इन शहरों में येलो अलर्ट जारी
तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल और केरल के लिए “ऑरेज अलर्ट” के साथ-साथ, कोस्टल आंध्र प्रदेश, यानम, रायलसीमा और दक्षिण आंतरिक कर्नाटका के लिए “येलो अलर्ट” भी जारी किया गया है। येलो अलर्ट का मतलब है कि इन क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है, जिससे कोई गंभीर खतरा नहीं होगा, लेकिन सतर्क रहने की आवश्यकता है।
9 दिसंबर के बाद बदलेगा मौसम
IMD ने बताया कि 9 दिसंबर को दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी और आसपास के समुद्र में जो निम्न दबाव क्षेत्र बन चुका था, वह अब एक अच्छी तरह से चिह्नित निम्न दबाव क्षेत्र में बदल गया है। इससे बारिश के दौर की शुरुआत हुई है और आने वाले दिनों में इसका प्रभाव अधिक बढ़ सकता है।