Haryana BJP News : हरियाणा के सियासत ‘चक्रव्यूह’ को भेदने ‘अभिमन्यू’ हो सकते हैं भाजपा के नए ‘कैप्टन’!

Parvesh Mailk
10 Min Read
'Abhimanyu' can be the new 'Captain' of BJP to penetrate the political 'Chakravyuh' of Haryana!

Haryana BJP News : हरियाणा में सभी 10 संसदीय सीटों पर 25 मई को मतदान संपन्न हो चुका है और अब इसके रुचान को जानने के लिए हर कोई बड़ी बेताबी से आने वाली 4 जून का ही इंतजार कर रहा है। भाजपा हाईकमान द्वारा भी मंथन प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। अहम बात ये है कि ये मंथन जहां सभी 10 संसदीय सीटों पर संभावित स्थिति को लेकर किया जा रहा है तो वहीं चुनावी परिणाम के बाद संगठन की ‘कमान’ किसे सौंपी जाएगी? इस पर भी अटकलों का दौर तेजी से शुरू हो गया है।

 

भाजपा 4 जून के नतीजे के बाद हरियाणा में नया अध्यक्ष मनाने की फिराख में है

उल्लेखनीय है कि इस वक्त भाजपा (Haryana BJP News) के प्रदेशाध्यक्ष का दायित्व सीएम नायब सिंह सैनी के पास ही है, क्योंकि जब हाईकमान ने लोकसभा चुनावों से ऐन पहले मार्च महिने में नायब सिंह सैनी को मनोहर लाल खट्टर की जगह सीएम की कमान सौंपी थी, तो उस समय वे प्रदेशाध्यक्ष का दायित्व निभा रहे थे। लोकसभा चुनाव का बिगुल बजने के बाद पार्टी का शीर्ष नेतृत्व चुनावी तैयारियों में जुट गया, ऐसे में नए अध्यक्ष का चयन नहीं हो पाया। सूत्रों के मुताबिक, 4 जून के बाद पार्टी नेतृत्व प्रदेश अध्यक्ष पद पर किसी बड़े चेहरे को विराजित कर सकती है। भाजपा के नए अध्यक्ष के नाम को लेकर जैसे ही अटकलें छिड़ी तो एकाएक अध्यक्ष पद के लिए संभावितों के नाम सामने आने लगे हैं, लेकिन पार्टी सूत्रों के मुताबिक भाजपा हाईकमान ने ओ.बी.सी. वर्ग एवं गैरजाट चेहरे के तौर पर नायब सिंह सैनी को मुख्यमंत्री की कमान सौंपी हुई है तो ऐसे में कहा जा सकता है कि, जातीय समीकरणों को मद्देनजर रखते हुए प्रदेशाध्यक्ष की कुर्सी पर हरियाणा के किसी बड़े जाट नेता को आसीन किया जा सकता है। ये अटकलें इसलिए खास हो जाती है क्योंकि जब गैरजाट नेता के तौर पर मनोहर लाल खट्टर मुख्यमंत्री थे तो भाजपा ने हरियाणा में दो बड़े जाट नेताओं सुभाष बराला और उनके बाद ओ.पी. धनखड़ को बतौर प्रदेशाध्यक्ष संगठन की कमान सौंपी थी। नायब सिंह सैनी से पूर्व भी ओ.पी. धनखड़ ही कमान संभाले हुए थे और उन्होंने लगभग 2 वर्ष तक कार्यभार संभाला और इनके बाद नायब सिंह सैनी को आगे लाया गया।

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मिल सकता है कैप्टन को बड़ा पद ?

राजनीतिक पर्यवेक्षकों के अनुमान मुताबिक, पार्टी हाईकमान प्रदेशाध्यक्ष की जिम्मेदारी प्रदेश के बड़े जाट चेहरे के रूप में कैप्टन अभिमन्यू को सौंप सकती है। इसके पीछे जहां कैप्टन अभिमन्यू के व्यक्तित्व, उदारता, कौशलता, अनुभव और हाईकमान के बीच प्रगाढ़ रिश्तों को मुख्य वजह मानी जा रही है,  तो वहीं इसमें भी कोई दोराय नहीं है कि कैप्टन अभिमन्यू का प्रदेश के जाट समुदाय में भी विशेष असर है और गैरजाट वर्ग में भी उनकी स्वीकार्यता है। जाहिर है कि जातीय समीकरणों को देखते हुए व सियासत के भावी ‘च्रकव्यूह’ को भेदने के मकसद से हाईकमान ‘अभिमन्यू’ को प्रदेश का अगला ‘कैप्टन’ बना सकता है। मसलन विश्वास की कसौटी पर हर वक्त खरा उतरने वाले मजबूत जाट नेता कैप्टन अभिमन्यू को प्रदेशाध्यक्ष बनाए जाने के आसार अधिक नजर आ रहे हैं। इनके अतिरिक्त प्रदेशाध्यक्ष के लिए जो अन्य नाम अटकलों में हैं उनमें पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर, राज्यसभा सदस्य सुभाष बराला व मुख्यमंत्री के पूर्व राजनीतिक सचिव अजय गौड, राज्यसभा सदस्य कृष्ण पंवार का नाम मुख्य रूप से शामिल है, मगर कैप्टन अभिमन्यू का नाम सबसे मजबूत दांव माना जा रहा है।

 

बेदाग छवि के साथ दमदार रखते हैं प्रभाव

गौरतलब है कि, कैप्टन अभिमन्यू के नाम की पार्टी प्रदेशाध्यक्ष को लेकर इसलिए अटकलबाजी शुरू हो चुकी है क्योंकि उनका राजनीति के साथ साथ संगठन का भी अच्छा खासा अनुभव है। इसके अतिरिक्त उनके व्यक्तित्व को देखा जाए तो ये बात भी सामने आती है कि उनकी छवि जहां बेदाग और निर्विवादित रही है तो, वहीं उनकी उदारता के भी कई किस्से प्रदेश के राजनीतिक इतिहास के पन्नों पर लिखे जा सकते हैं। उदाहरण के तौर पर इस वर्ष राज्यसभा की एक सीट के लिए हुए चुनाव में माना जा रहा था कि, हाईकमान (Haryana BJP News) कैप्टन अभिमन्यू को अपना प्रत्याशी बना सकती है। मगर उनके स्थान पर सुभाष बराला को राज्यसभा भेज दिया गया मगर कैप्टन अभिमन्यू ने बिना किसी विपरीत प्रतिक्रिया के पार्टी के निर्णय को ही सर्वोपरि माना। इसके बाद लोकसभा चुनाव को लेकर इस बात की भी अटकलों ने जोर पकड़े रखा कि संभवत: हिसार लोकसभा सीट से पार्टी कैप्टन अभिमन्यू को ही टिकट देकर मैदान में उतारेगी लेकिन यहां भी पार्टी ने प्रदेश के बिजली मंत्री चौ. रणजीत सिंह को चुनाव लड़वा दिया।

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भाजपा नें अभिमन्यु को खेमेबाजी से दूर रखा 

राजनीतिक सूत्रों के मुताबिक, अपनी उदारता के चलते कैप्टन अभिमन्यू ने इस बात का न तो विरोध जताया और न ही अपनी दावेदारी को लेकर हाईकमान के सामने कोई प्रतिकूल टिप्पणी की बल्कि ईमानदारी और पूरी निष्ठा के साथ कैप्टन अभिमन्यू ने भाजपा प्रत्याशी चौ. रणजीत सिंह के प्रचार में अपना खूब पसीना बहाया है। राजनीतिक पर्यवेक्षकों का मानना है कि, कैप्टन अभिमन्यू अपनी उदारता के उदाहरण प्रस्तुत करते हुए हर मामले में पार्टी के फैसले को ही स्वीकारते हुए पार्टी हित के ही कामों पर फोकस करते दिखे। ये भी एक कारण है कि, वे पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के ‘पटल’ पर विश्वास की एक अलग पहचान छोडऩे में कामयाब रहे। खास बात ये भी है कि कैप्टन अभिमन्यू जहां पार्टी शीर्ष नेतृत्व के भरोसेमंद माने जाते हैं तो वहीं संघ में भी प्रभावी छवि है। इसके अतिरिक्त कैप्टन अभिमन्यू भाजपा हरियाणा में खेमेबाजी से भी हमेशा दूर ही रहे हैं और इसी कारण वे अध्यक्ष पद के मजबूत दावेदार माने नजर आ रहे हैं। इसके अतिरिक्त मौजूदा स्थिति की बात करें तो, लोकसभा चुनावों में जाट समुदाय का एक बड़ा तबका भाजपा का खुलकर विरोध करता दिखा और प्रदेश के विधानसभा चुनावों में भी अब थोड़ा ही समय शेष रह गया है। ऐसे में माना जा रहा है कि जाट वर्ग को भी अपने साथ जोडऩे के लिए हाईकमान (Haryana BJP News) कैप्टन अभिमन्यू को बतौर प्रदेशाध्यक्ष का बड़ा दायित्व सौंप सकती हैं।

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 कैप्टन अभिमन्यू को सदैव सम्मान मिला

खास बात ये है कि वर्ष 2014 में जब भाजपा (Haryana BJP News) अपने बूते पहली बार हरियाणा की सत्ता में आई तो उस वक्त मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की कैबिनेट में कैप्टन अभिमन्यू को पॉवरफुल मंत्री बनाया गया। उन्होंने वित्त के साथ- साथ कई विशेष विभागों को संभाला और 2019 तक कुशल नीतियों को अंजाम भी दिया और अपने दामन पर आज तक कोई भी दाग नहीं लगने दिया। मसलन वे बेदाग छवि के साथ आगे बढ़ते दिखाई दिए। वर्ष 2019 के विधानसभा चुनावों में भाजपा ने नारनौंद से पुन: उन्हें टिकट दिया मगर वे चुनाव हार गए। विशेष पहलू ये है कि भले ही कैप्टन पार्ट-2 खट्टर सरकार में मंत्री नहीं बन पाए मगर शीर्ष नेतृत्व ने उनके अनुभव और पार्टी के प्रति गहरी निष्ठा को देखते हुए उन्हें संगठन के लिहाज से कई बड़े पदों के साथ- साथ कई जिम्मेदारियां देकर सम्मान को बरकरार रखा। वर्तमान में उन्हें हाईकमान ने असम राज्य में लोकसभा चुनाव प्रभारी का विशेष दायित्व सौंपा और कैप्टन अभिमन्यू ने भी हाईकमान के भरोसे की कसौटी पर खरा उतरते हुए असम में पार्टी का खूब प्रचार प्रसार किया और चुनाव प्रबंधन को संभाले रखा। इसके बाद वे हरियाणा लोकसभा चुनाव की दृष्टिगत हिसार संसदीय क्षेत्र में आ गए और यहां अपने हलके नारनौंद के साथ साथ समूचे लोकसभा क्षेत्र में पार्र्टी प्रत्याशी चौ. रणजीत सिंह के प्रचार रथ को सारथी की भूमिका में दौड़ाते दिखाई दिए। राजनीतिक पर्यवेक्षकों का मानना है कि कैप्टन अभिमन्यू की कार्यशैली, संगठन का अनुभव और जाट समुदाय के साथ साथ अन्य वर्गाें में मजबूत पकड़ को देखते हुए उन्हें प्रदेशाध्यक्ष का दायित्व भाजपा हाईकमान (Haryana BJP News) सौंपते हुए उन्हें बड़ा सम्मान दे सकता है।

 

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मेरा नाम प्रवेश है, मैने पिछले साल जनवरी 2023 में मास्टर ऑफ आर्ट जर्नलिजम मासकॉम किया है, तभी से क्लिनबोल्ड से कंटेंट राइटर के तौर से जुड़ा हुआ हूं। इससे पहले पंजाब केसरी में दो महिने कंटेट राइटर का कार्य किया हैं। इसके अतिरिक्त लेखक के तौर पर सामाजिक आर्टिकल और काव्य- संग्रह में भी सक्रिय रहता हूँ।