Telecoms company update : भारत में अब भी 2 व 3 जी फोन चल रहे हैं, लेकिन टेलिकॉम कंपनी इन फोनों को बंद करने की पक्ष में हैं। टेलिकॉम (Telecoms company update) कंपनियों ने इन फोनों को बंद करने की मांग की है। हालांकि पूरे देश में लाखों फोन 2 व 3 जी फोन चल रहें हैं। काफी लोग ऐसे है जो महंगे फोन नहीं ले सकते हैं या वह डिजिटल फोन चलाने में सक्षम नहीं हैं। अगर ट्राई इन टेलिकॉम कंपनियों की मांग लेती है तो लाखों लोगों को परेशानी बढ जाएगी। टेलिकॉम कंपनियों Reliance Jio और Vodafone-Idea (Vi) की ओर से मांग की गई है कि सरकार 2G, 3g नेटवर्क्स को बंद कर दे। इसके साथ यूजर्स को 4G और 5G सेवाओं पर माइग्रेट करने का सुझाव सरकार को दिया गया है।
भारत में Reliance Jio और Airtel की ओर से बेशक 5G रोलआउट की प्रक्रिया बेशक पूरी कर ली गई हो लेकिन ढेरों ऐसे यूजर्स हैं, जो 2G या 3G नेटवर्क इस्तेमाल करते हैं। अब Jio और Vodafone- Idea (Vi) ने सरकार से मांग की है कि देश में 2G और 3G नेटवर्क्स को बंद किया जाए और सभी यूजर्स को 4G या 5G नेटवर्क्स पर माइग्रेट किया जाए।
दोनों टेलिकॉम ऑपरेटर्स ने टेलिकॉम रेग्युलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) की ओर से हाल ही में 5G इकोसिस्टम के जरिए डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन से जुड़ा कंसल्टिंग पेपर पब्लिश किए जाने के बाद यह सुझाव दिया है। जियो और Vi का मानना है कि मौजूदा 2G और 3G नेटवर्क यूजर्स को 4G पर माइग्रेट करना चाहिए, जिससे नए डिवेलपमेंट में मदद मिल सके।
TRAI की ओर से मांगे गए थे सुझाव कंसल्टिंग पेपर पब्लिश करने के बाद TRAI ने भारत में 5G इकोसिस्टम तैयार करने में आने वाली चुनौतियों को दूर करने और नए विकल्प यूजर्स को देने से जुड़े सुझाव मांगे थे। जियो और Vi ने (Telecoms company update) सरकार से मांग की है कि पुराने नेटवर्क इस्तेमाल करने वाले यूजर्स को नए पर मााइग्रेट करते हुए उन्हें फेज-आउट किया जाए।
कई बड़ी चुनौतियां
2G और 3G सेवाओं को बंद करते हुए 4G और 5G पर माइग्रेशन इतना भी आसान नहीं है। दरअसल, इस मामले में सबसे बड़ी चुनौती 4G और 5G सपोर्ट वाले फोन्स और डिवाइसेज की कीमत से जुड़ी है। भारत की बड़ी आबादी सस्ते होने के चलते फीचर फोन्स इस्तेमाल कर रही है, जिनमें से ज्यादातर 4G सेवाएं सपोर्ट नहीं करते।