Safidon news : शव की हालत इतनी दयनीय, मृतक की पत्नी, बेटा नहीं कर सके सही से अंतिम दर्शन
Jind Safidon news : हरियाणा के जींद जिले के सफीदों के नागरिक अस्पताल में युवक की मौत के साथ-साथ सिस्टम यानि तंत्र की मौत का मामला सामने आया है। सफीदों के एक युवक द्वारा आत्महत्या के बाद उसके शव को अस्पताल के फ्रीज में रख दिया, जो खराब पड़ा था। एक दिन में ही शव सड़ गया और उसमें कीड़े चलने लगे। शव की ऐसी हालात देखकर रविवार सुबह स्वजनों ने रोष जताया।
मामले का खुलासा उस वक्त हुआ जब परिवार के लोग पोस्टमार्टम की कार्रवाई के लिए नागरिक अस्पताल (Safidon news) पहुंचे और जैसे ही शवगृह का फ्रीज खुला ओर उसमें से भंयकर बदबू आई और शव को देखा तो मृत्तक के मुंह से कीड़े निकलते पाए गए। स्वजनों ने इसके लिए अस्पताल प्रशासन (Body ensects in civil hospital safidon jind)की लापरवाही को जिम्म्मेदार बताया।
जानकारी के अनुसार गांव रत्ताखेड़ा (Safidon news) निवासी जसमेर पिछले कुछ महीनों से अपने परिवार के साथ निकटवर्ती गांव खेड़ा खेमावती में रहने लगा था। वह किन्ही कारणों से मानसिक रूप से परेशान रहता था और उसने शनिवार को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर शव को पोस्टमार्टम के लिए सफीदों के नागरिक अस्पताल में रखवा दिया था। किन्ही कारणों से शनिवार को पोस्टमार्टम नहीं हो पाया था और अस्पताल प्रशासन द्वारा रविवार को पोस्टमार्टम किए जाने की बात कहीं गई थी।
रविवार सुबह काफी संख्या (Safidon news) में ग्रामीण व परिवार के लोग शव का पोस्टमार्टम करवाने सफीदों के नागरिक अस्पताल पहुंचे। अस्पताल प्रशासन पोस्टमार्टम के लिए शवगृह में पहुंचे और शव को फ्रीज से बाहर निकाला तो उसमें से भंयकर बदबू उठी और डेडबाडी कई स्थानों से खराब हो गई थी। स्वजन भी जब अंदर गए तो पाया कि शव कई स्थानों से फूली व खराब हुई पड़ी थी। शव में से बदबू आ रही थी और मुंह में से कीड़े निकल रहे थे। यह सबकुछ देखकर ग्रामीण व परिवार दंग रह गया और उनके दुख की कोई सीमा नहीं रही।
स्वजनों का आरोप था कि अस्पताल प्रशासन (Safidon civil hospital) की वजह से जसमेर के शव की यह दुर्गती हुई है। अस्पताल प्रशासन ने एक बार भी उन्हें यह नहीं बताया कि अस्पताल के फ्रीज खराब हैं। अगर अस्पताल प्रशासन पहले बता देता तो वे कोई डी फ्रीजर या बर्फ का इंतजाम करते। इस सारे मामले में अस्पताल प्रशासन की घोर लापरवाही सामने आई है और उनके लिए इंसान की कोई कीमत नहीं है। स्वजनों के अनुसार शव की हालत इस कदर खराब हो गई थी कि डाक्टरों ने उसका पोस्टमार्टम करने तक से हाथ खड़े कर दिए थे।
जब उन्होंने डाक्टरों ने बात की तो उन्होंने इस मामले से अपना पल्ला झाड़ते हुए कहा कि उनकी कोई जिम्मेवारी नहीं है, यह व्यवस्था तो स्टाफ को देखनी होती है। स्वजनों का कहना है कि शव की हालत इतनी खराब है कि मृतक की पत्नी, बच्चे व परिवारजन भी उसके अंतिम दर्शन तक नहीं कर पाएंगे और शव को सीधे श्मशान घाट ले जाकर उसका अंतिम संस्कार करना पड़ेगा। ग्रामीणों का कहना था कि वे इस मामले की शिकायत केंद्र व राज्य सरकार व उच्चाधिकारियों को करेंगे ताकि अन्य किसी के साथ ऐसा घटनाक्रम ना हो।
नागरिक अस्पताल सफीदों के एसएमओ जेपी चहल का कहना है कि चार में से तीन फ्रीज कल ही खराब हो गए थे। केवल एक ही फ्रीज से काम कर रहा था। कल तीन शव आए थे। जिसकी वजह से ऐसा हादसा हुआ है। उन्होंने पुलिस व स्वजनों को बर्फ इत्यादि लगाने के बोला था, लेकिन उन्होंने लगाई नहीं होगी। उन्होंने अस्पताल के बिजली मैकेनिक को किसी लोकल मिस्त्री से इनको ठीक करवाने के खर्च का अनुमान लगवाने के लिए बोला है। अगर खर्च कम होगा तो इसको यहीं पर ठीक करवाया जाएगा। अगर खर्च ज्यादा होगा तो पैसे की आलाधिकारियों को डिमांड भेजी जाएगी।