Farmer protest : किसानों के आंदोलन के चलते जींद से पंजाब, दिल्ली, चंडीगढ़ की कनेक्टिविटी कटी
जींद : किसानों के दिल्ली कूच के चलते हरियाणा-पंजाब बार्डर और दिल्ली-हरियाणा बार्डर को सील किया गया है। इसके चलते जींद से दिल्ली, चंडीगढ़, लुधियाना, अमृतसर की तरफ जाने वाली रोडवेज बसें बीच रास्ते से ही लौट रही हैं। रोडवेज बसें रोहतक, कैथल और नरवाना से आगे नहीं जा पा रही हैं, जिसके चलते कई अंतरजिला रूट बुरी तरह से प्रभावित हो रहे हैं। इससे यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
जींद से दिल्ली के लिए रोजाना 10 से ज्यादा बसें चलती हैं तो वहीं चंडीगढ़ के लिए भी सात से आठ बसें जाती हैं। पंजाब की तरफ संगरुर, लुधियाना, अमृतसर की तरफ भी तीन से चार बसें जाती हैं। पंजाब की तरफ जाने वाली बसें पिछले तीन दिन से बंद हैं। चंडीगढ़ जाने वाली बसें कैथल और पेहोवा, अंबाला से वापस लौट रही हैं। सुरक्षा के लिहाज से इन रूटों को बंद कर दिया गया है। सोमवार तक जींद से दिल्ली बार्डर को सील किया गया था लेकिन गुरुग्राम की तरफ बसें जा रही थी।
मंगलवार को जुलाना से आगे बसें नहीं जा पाई, क्योंकि जुलाना और रोहतक सीमा पर हाईवे को प्रशासन द्वारा सील कर दिया गया। इससे यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। इसी तरह चंडीगढ़ जाने वाली यात्रियों को अंबाला उतारा गया तो उन्हें आगे लिंक रास्तों से निजी वाहनों का सहारा लेते हुए अपने गंतव्य तक जाना पड़ा। गांवों के रूट भी प्रभावित हो रहे हैं।
पंजाब और दिल्ली की तरफ रोड नेटवर्क बाधित होने के चलते यात्री ट्रेनों का सहारा लेने लगे हैं। सोमवार और मंगलवार को दिल्ली की तरफ जाने वाली ट्रेनों में सामान्य दिनों की अपेक्षा ज्यादा यात्री थे तो पंजाब की तरफ जाने वाली ट्रेनों में भी भारी भीड़ नजर आई। हालांकि मंगलवार शाम तक सभी ट्रेनों सुचारू रूप से चलती रही लेकिन बुधवार को ट्रेनें चलेंगी या नहीं, इसे लेकर संशय है, क्योंकि दातासिंहवाला बार्डर पर मंगलवार को किसानों और पुलिस के बीच लाठीचार्ज हुआ।