Haryana strike : हिट एंड रन कानून के विराेध में हड़ताल के चलते HP की गैस सप्लाई प्रभावित, फल-सब्जियों के रेट 10 से 15 रुपए भाव बढ़े, प्राइवेट बस चालक लौट सकते हैं रूटों पर

Clin Bold News
6 Min Read
IMG 20240102 WA0038

Haryana strike : हांसी और बरवाला रूट पर निजी बसें निकाली तो चालक के साथ धक्का-मुक्की, बद्​दोवाल टोल प्लाजा पर लगाया धरना

Haryana strike : न्याय संहिता बिल के विरोध में ट्रक और निजी बसों के पहिए थमने का दूसरे दिन असर दिखाई दिया। जिले में बाहर से सप्लाई नहीं आ पाने के कारण फल और सब्जियों के दामों में 10 से 15 रुपए की बढ़ौतरी देखने को मिली। इसके अलावा जींद के रोहतक रोड स्थित एचपी प्लांट से प्रदेश भर में एचपी गैस सप्लाई की जाती है लेकिन हड़ताल के चलते गैस सप्लाई बुरी तरह से प्रभावित हुई।

 

हरियाणा के सभी जिलों के अलावा पंजाब में भी गैस की सप्लाई जाती है लेकिन बुधवार को 20 प्रतिशत भी वाहन सप्लाई लेकर नहीं निकल पाए। वहीं हांसी और बरवाला रूट पर मालिकों ने एकाध बस निकालने की कोशिश की तो हड़ताली चालकों ने उनके साथ धक्का-मुक्की की। आज रोडवेज के कर्मचारी भी दो घंटे सुबह 11 से एक बजे तक विरोध प्रदर्शन करेंगे। इससे रोडवेज की व्यवस्था भी आज बिगड़ सकती है। वहीं अंदरखाने प्राइवेट बस संचालक अपने चालकों को मनाने में जुटे हैं अौर उम्मीद है वीरवार को प्राइवेट बसें वापस चल पड़ेंगी।

ये भी पढ़ें :   Haryana roads repairing : हरियाणा में टूटी सड़कों के फिरेंगे दिन, 4200 करोड़ रुपये से की जाएगी स्पेशल रिपयेरिंग, इन जिलों पर फोकस

 

बुधवार को दूसरे दिन हांसी व गोहाना रूट पर एकाध निजी बस चलती दिखाई दी। बस अड्डा परिसर में व्यवस्था बनाए रखने के लिए एसएस नरोत्तम शर्मा व डीआई कार्यालय से कर्मचारी बसों को रूट पर भेजने में लगे हुए थे। वहीं हिसार की एक प्राइवेट बस जो हांसी से यात्रियों को लेकर जींद पहुंची थी। जब प्राइवेट बस जब जींद से भरकर हांसी के लिए निकली तो बस अड्डे के बाहर हड़ताल पर बैठे निजी बस के चालकों के साथ कहासुनी हो गई थी।

 

Jind bypass पर CNG गैस डलवाने के लिये लगी लाइन
Jind bypass पर CNG गैस डलवाने के लिये लगी लाइन

 

जींद बस अड्डे के बाहर धरने पर बैठे निजी बस चालकों के बीच सोनीपत लोकसभा क्षेत्र के आम आदमी पार्टी के अध्यक्ष देवेंद्र गौतम पहुंचे और अपना समर्थन दिया। हालांकि निजी बस संचालक हड़ताल खत्म कर बसें चलाने के इच्छुक हैं लेकिन उनकी बसों पर लगे चालक सहमत नहीं हैं। प्राइवेट बस यूनियन के राज्य प्रधान दलबीर मोर ने कहा कि उन्हें उम्मीद कि वीरवार से सभी बसें चल पड़ें और आगे जब भी राष्ट्रीय स्तर पर हड़ताल का आह्वान होगा तो साथ दिया जाएगा।

ये भी पढ़ें :   Haryana New Railway Station : हरियाणा में बनेंगे 15 नए रेलवे स्टेशन, 5 जिलों को मिलेगा लाभ

फल, सब्जियों के दामों में दिखी वृद्धि
ट्रकों की हड़ताल के चलते बाहर से आने वाली सब्जियां व फलों पर असर दिखाई दिया, जिसके चलते आलू, मटर, संतरा, अंगूर व सेब जैसों फलों के दाम बढ़ा दिए गए। जींद सब्जी मंडी में मटर पंजाब से, आलू आगरा से, सेब कश्मीर से वहीं संतरा व अंगूर जैसे फल महाराष्ट्र व गंगानगर से आते हैं। ऐसे में अगर हड़ताल बढ़ती है तो आम आदमी पर आर्थिक असर देखने को मिल सकता है।

फल-सब्जी का नाम -हड़ताल से पहले का भाव -हड़ताल के दौरान भाव
मटर -30 रुपए -40 रुपए
सेब -90 रुपए -120 रुपए
आलू -10 रुपए -20 रुपए प्रति किलोग्राम
प्याज -30 रुपए -45 रुपए प्रति किलोग्राम
अंगूर -120 रुपए -150 रुपए किलोग्राम
पपीता -40 रुपए -50 रुपए

 

Jind सब्जी मंडी में बिक रही सब्जियां ।
Jind सब्जी मंडी में बिक रही सब्जियां ।

 

आज रोडवेज कर्मचारी भी करेंगे दो घंटे की हड़ताल
बुधवार को रोडवेज कर्मचारी सुबह 11 बजे से लेकर एक बजे तक दो घंटे की हड़ताल पर रहेंगे। हरियाणा रोडवेज संयुक्त कर्मचारी संघ के राज्य उपप्रधान संदीप रंगा ने कहा कि इस बिल में यह प्रावधान किया है कि वाहन चालक द्वारा घायल व्यक्ति को अस्पताल तक इलाज के लिए पहुंचाना होगा। अगर वाहन चालक द्वारा घायल व्यक्ति को अस्पताल तक नही पहुंचाया तो वाहन चालक को 10 साल की सजा व 10 लाख रुपए का जर्माना होगा। अगर घायल व्यक्ति की इलाज के बाद भी मृत्यु हो गई तो सात साल की सजा और सात लाख का जुर्माना किया जाएगा। रोडवेज कर्मियों की हड़ताल के चलते यात्रियों की परेशानी बढ़ सकती है।

ये भी पढ़ें :   Haryana School Holidays : हरियाणा में स्कूलों की छुट्टी को लेकर आया नया आदेश, देखें पूरी जानकारी

ट्रकों की हड़ताल के चलते पशु व्यापार भी प्रभावित
ट्रक यूनियन द्वारा हड़ताल के चलते जिले में पशु व्यापार भी बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है। दरअसल जींद जिला अच्छी नस्ल की भैंसों, गायों के लिए देश भर में प्रसिद्ध है। इस कारण यहां से भैंसों का उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र तक व्यापार किया जाता है और रोजारा 100 से ज्यादा बड़े वाहन भैंसों से भरकर दूसरे प्रदेशों में जाते हैं। हड़ताल के चलते यह व्यापार भी प्रभावित हो रहा है।

 

 

Share This Article