Ajab-gajab marriage : हरियाणा के नारनौल जिले में एक ऐसा मामला सामने आया है, जहां फेरों और रस्मो रिवाज सब हो जाने पर एक काजू की बर्फी और हलवे के विवाद ने शादी तुड़वा दी। हंगामा इतना हुआ कि 11 गांवों की पंचायत बुलानी पड़ी और अब दूल्हा पक्ष 65 लाख रुपये लड़की के पक्ष को अदा भी करेगा।
बताया जा रहा है कि खाने के समय दूल्हे और दुल्हन के बीच काजू की बर्फी पर झगड़ा हो गया। बाद में लड़की पक्ष ने यह आरोप जड़ दिए कि अचानक से फॉच्र्यूनर की डिमांड रखी गई। जिससे वहां विवाद हो गया और लड़के ने लड़की (Ajab-gajab marriage) को साथ ले जाने से मना कर दिया। लड़की ने भी विदाई लेने से मना कर दिया।
लड़की पक्ष का तो यहां तक भी कहना है कि मांग पूरी न होने पर एक हफ्ते के अंदर लड़की को मारने की धमकी दी, जिस कारण लड़की ने साथ जाने से मना कर दिया। विवाद के बाद पुलिस पहुंची और 11 गांवों की पंचायत हुई, जिसमें सहमति से शादी को रुकवाने का फैसला हुआ, अब वर पक्ष शादी के 65 लाख रुपये का भुगतान भी करेगा।
मामला हरियाणा के नारनौल जिले (Ajab-gajab marriage) के निजामपुर गांव का है, जहां एक व्यक्ति के यहां रेवाड़ी के गांव लाला रोहडी से प्रदीप कुमार के बेटे मणि कुमार की बारात आई। शादी की रस्में हो गई, फेरे भी हो गए। यानि की शादी हो ही गई थी। इसके बाद जब दूल्हा-दुल्हन खाना खाने बैठे तो झगड़ा हो गया।
लड़की का कहना है कि लड़का उसे काजू की बर्फी खिला रहा था। जब उसने कहा कि उसे गाजर का हलवा पसंद है तो लड़के ने झगड़ा शुरू कर दिया। कहा कि तुम कौन हो जो तुम्हारी पसंद और नापसंद का ख्याल रखा जाए। लड़की और लड़के के परिजनों ने लड़के को समझाया। लड़की के चाचा का आरोप है कि इस हंगामे के दौरान लड़का मणि कुमार उन्हें एक तरफ ले गया और उसने दहेज में फॉच्यूर्नर गाड़ी की मांग की।
उसने कहा कि अगर उसकी डिमांड पूरी नहीं होगी तो वह लड़की को विदा कर जरूर ले जाएगा, लेकिन एक हफ्ते के अंदर ही वह लड़की को मार देगा। वहीं, इस मामले में लड़के मणि कुमार का कहना है कि उसने पहले ही मना किया था कि शादी (Ajab-gajab marriage) नहीं करनी। इसके बाद भी घरवालों ने शादी तय की। मणि ने बताया कि उसने जब लड़की से पूछा कि कभी अगर ससुराल में भैंस पाली गईं तो उनका गोबर-कूड़ा करेगी या नहीं। तो लड़की ने साफ मना कर दिया। तब से ही उसे लड़की पर गुस्सा था और वह उससे शादी करना नहीं चाहता था।
लड़के के पिता प्रदीप कुमार का कहना है कि उन्होंने दहेज की कोई मांग नहीं की थी। लड़की वालों ने सारा सामान स्वेच्छा से दिया है। उन्होंने कहा कि वह अब भी कोई मांग नहीं कर रहे। बस लड़के का ही दिमाग खराब हो गया है। वह नहीं मान रहा।
मामला बढ़ जाने के बाद लड़की पक्ष ने पुलिस बुलाई। पुलिस ने भी लड़के को समझाने की कोशिश की। लेकिन, लड़का मणि नहीं माना। अंत में लड़की पक्ष के बयान के अनुसार पुलिस ने शिकायत दर्ज कर ली। इसके बाद बुजुर्गों ने आसपास के 11 गांवों की पंचायत बुलाई। पंचायत ने दोनों पक्षों की बात सुनी और फैसला लिया कि अब शादी तो संपन्न नहीं हो सकती। लेकिन, शादी में लड़की पक्ष का जितना भी खर्चा हुआ है, वह सब लड़का पक्ष को देना होगा। दहेज का सामान और रुपए लौटाने होंगे। साथ ही जुर्माने के तौर पर 11 लाख रुपए गौशाला को दान करने होंगे।