Reena Bhatti Successful Story : उकलाना के गांव बालक की बेटी रीना भट्टी ने जिन्होंने अभी हाल ही में कुछ दिन पहले माउंट एवरेस्ट को फ़तेह कर ये जता दिया है कि, लड़किया आजकल वो बड़े – बड़े कार्य करने लगी हैं जो आज लड़को के बस की बात नहीं रही। एक बार बेटियों ने समाज में अपना नाम दर्ज करवाते हुए साबित कर दिया है कि, समाज में उसे कम ना हांके जाएं।
रीना भट्टी सामान्य परिवार से आती है
सामान्य परिवार में जन्मी रीना भट्टी (Reena Bhatti Successful Story) ने आँधियों और तूफानों की परवाह न करते हुए माउंट एवरेस्ट को फतेह कर अपने माता – पिता और पूरे देश का नाम रोशन किया है । रीना भट्टी को आर्थिक तंगी के चलते उन्होंने इस मिशन को पूरा करने के लिए विभिन्न संस्थाओं से करीब 35 लाख रुपए जुटाए । इतनी बड़ी रकम जुटाने के लिए उनके लिए बहुत ही कठिन काम था। क्योंकि उनके पिता मध्यम वर्गीय परिवार से ट्रेक्टर मकैनिक हैं । रीना भट्टी ने मास्टर ऑफ कंप्यूटर साइंस की पढाई की है । रीना भट्टी के परिवार में उनकी माता पिता , उनकी दो बहनें और एक भाई है । वर्तमान में रीना भट्टी अपने परिवार के साथ बालक गांव में रहती हैं।
आक्सीजन कमी से पहली बार मिशन चुकी
रीना भट्टी (Reena Bhatti Successful Story) के मुताबिक, जब वह पिछली बार माउंट एवरेस्ट फतेह करने गई थी, तो उसे आक्सीजन की कमी से उसे मात्र लगभग 50 मीटर की दूरी से वापस आना पड़ा था। जो उसके लिए बहुत ही दुखदाई पल था, लेकिन रीना भट्टी ने होंसला नहीं खोया और दुबारा फिर वह अपने मिशन को कामयाब करने में जुट गई और आखिर दूसरी बार रीना भट्टी ने माउंट एवरेस्ट को फतेह करके ही दम लिया । उन्होंने बताया की मात्र 20 घंटे 50 मिनट में उसने विश्व की सबसे ऊँची चोटी माउंट एवरेस्ट 8848 मीटर और दुनिया की चौथी सबसे ऊँची चोटी माउंट लोह्त्से फतेह करके राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया है ऐसा करने वाली वह भारत देश की पहली महिला बन गई है