-किसान आंदोलन के चलते 11 फरवरी से बंद की गई है सात जिलों में इंटरनेट सेवाएं
Internet ban in haryana : किसानों के दिल्ली कूच को देखते हुए हरियाणा में सात जिलों में इंटरनेट सेवाएं रोकी गई हैं। अब दोबारा से इंटरनेट पर पाबंदी का समय बढ़ाते हुए तारीख 19 फरवरी की रात 12 बजे तक कर दिया गया है। हालांकि इसे आगे भी बढ़ाया जा सकता है, क्योंकि पंजाब में 24 फरवरी तक इंटरनेट सेवाएं बंद रह सकती हैं। 11 फरवरी से सात जिलों में इंटरनेट नहीं चल पा रहा है। इनमें जींद, अंबाला, कुरुक्षेत्र, हिसार, कैथल, सिरसा और फतेहाबाद जिले शामिल हैं।
किसानों द्वारा दिल्ली के लिए पंजाब से कूच होते ही जींद समेत बार्डर के साथ लगते सात जिलों में तुरंत प्रभाव से 11 फरवरी को इंटरनेट और मैसेज सेवाएं रोकी गई थी। जिन्हें लगातार बढ़ाया जा रहा है। पहले 13 फरवरी, उसके बाद 16 फरवरी और अब 19 फरवरी रात 12 बजे तक इंटरनेट सेवाओं पर पाबंदी लगाई गई हैं। साथ ही एसएमएस और डोंगल सर्विस पर भी प्रतिबंध लगा है।
काबिलेगौर है कि किसानों के दिल्ली कूच का आज छठा दिन है। दिल्ली कूच के लिए निकले किसान पंजाब-हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर डटे हुए हैं। केंद्र-किसानों के बीच शाम को चंडीगढ़ में मीटिंग होगी। यह चौथी वार्ता है। इससे पहले 3 मीटिंग बेनतीजा रहीं थी। इस मीटिंग में कोई फैसला न हुआ तो किसानों ने दिल्ली कूच करने का ऐलान किया है। इस आंदोलन के दौरान अब तक एक किसान और सब इंस्पेक्टर की हार्ट अटैक से मौत हो चुकी है।
बताया जा रहा है कि पंजाब के किसानों के समर्थन में हरियाणा के किसान भी आ गए हैं। भारतीय किसान यूनियन (चढ़ूनी ग्रुप) ने दोपहर में कुरुक्षेत्र में किसान-खाप पंचायत बुलाई है। यहां से हरियाणा में आंदोलन शुरू करने का ऐलान किया जाएगा। बीते दिन शनिवार को किसान नेता सरवण पंधेर ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार चाहे तो अध्यादेश लाकर फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी दे सकती है।