Kaithal Election News : हरियाणा में लोकसभा चुनाव मतदान के चलते चुनाव आयोग ने 48 घंटे का ड्राई- डे घोषित किया है। जो 23 मई शाम 6 बजे से 25 मई शाम 6 बजे तक रहेगा। इस दौरान कहीं पर भी शराब की बिक्री करने पर पूरी तरह पाबंदी है। मगर कैथल में शराब ठेकेदारों ने चुनाव आयोग के इस आदेश की नियमों की जमकर धज्जियां उड़ाई है। हैरानी की बात ये है कि ड्यूटी पर नियुक्त अधिकारियों को विभिन्न जगहों पर बिक रही शराब की वीडियो भेजने के बाद कोई देर रात तक कोई कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि, यह सब कुछ अधिकारियों की मिलीभगती से ही चल रहा है। गुफ्त सूचनाकार बताते हैं कि, अगर कोई अधिकारी अपना काम चुनाव आयोग के नियमों के मुताबिक काम करें तो, एक भी ठेके पर एक भी शराब की बोतल अवैध तरीके से नहीं बिक सकती। दरअसल बता दें कि, गुप्तचर विभाग के साथ साथ पुलिस विभाग भी इसको लेकर कार्रवाई प्रतिबद्ध नहीं दिखाई दी।
ग्रामीण इलाकों में एक ही दो नामी कार्रवाई हुई
पाठकों को बता दें कि, एक्साइज विभाग के अधिकारियों की लापरवाही से ही पाबंदी होने के बाद भी शराब की बिक्री होती रही। इतना ही नहीं अधिकारियों ने भी कार्रवाई के नाम पर केवल ग्रामीण इलाकों के एक दो ठेकों पर कार्रवाई की है। जबकि शहर के बड़े ठेकेदार खुलेआम शराब बेचते रहे। इन पर अधिकारियों ने नरमी के साथ साथ मेहरबानी के रूप में मिलीभगती की छांव भी बनाकर रखी।
इन जगहों पर बिकती रही शराब
बता दें कि, सबसे अधिक खुलेआम शराब की बिक्री जींद बाईपास रोड पर एक पेट्रोल पंप के पास बने ठेके पर हुई। यहां पर साथ लगते पेट्रोल पंप की दीवार के ऊपर से शराब बेची जा रही थी। क्योंकि दीवार की दूसरी तरफ ठेके की जगह थी। ठेकेदार ने बचने के लिए ठेके के मेन शटर को ताला लगाया हुआ था, ताकि किसी को पता न चले। यहां पर शराब खरीदने वाले लोगों की काफी भीड़ लगी हुई थी। यहां पर दीवार को ही सेल काउंटर बनाया गया था। यहीं से पैसे लिए जा रहे थे और यहीं से शराब दी जा रही थी।
वहीं अंबाला बाईपास (Kaithal Election News) नाका के पास बने एक ठेके पर शटर के तले से शराब बिक रही थी। एक सेल्समेन पैसे ले रहा था, तो दूसरा अंदर से शराब या बियर की बोतल धड़ा-धड़ पकड़ा रहा था। इसके साथ ही नई अनाज मंडी के पास बने एक ठेके पर भी ऐसा ही हालात मिले। यहां पर भी पिछले गेट से शराब बेची जा रही थी। शराब खरीदने वाले लोगों की भीड़ में तांता लगा हुआ था। जबकि जिला प्रशासन और चुनाव आयोग द्वारा नियुक्त किए गए अधिकारी चुपचाप ये तमाशा देख रहे थे।
शराब बिक्री में ठेकेदारों की हुई बल्ले-बल्ले
कैथल (Kaithal Election News) में शराब बिक्री की हद ज्यादा बिकने के कारण ठेकेदारोंं की बल्ले-बल्ले हुई है। दरअसल, ठेके के बाहर चोरी छिपे शराब खरीद रहे लोगों ने बताया कि, ठेके वाले आज ज्यादा रेट ले रहे हैं। शराब की बोतल में तो 100 से 150 रुपए ज्यादा लिए जा रह हैं और बीयर की बोतल को 40 से 70 रुपए ज्यादा में बेचा जा रहा है। जब इस बारे में बोलते हैं तो सेल्समेन कहते हैं ये ही तो दिन है कमाने के। ज्यादा बहस करते हैं तो शराब देने से मना कर देते हैं।
इस मामले को लेकर ए. आर.ओ. और डी.ई.टी.सी. ने क्या कहा
शराब बिक्री के मामले पर बयान देते हुए डी.ई.टी.सी. वी.के. बैनिवाल ने बताया कि, जिन ठेकों पर शराब बिक्री की सूचना मिल रही है। वहां मौके पर जांच के लिए टीमें भेजी गई है। जो भी मिल रहा है, उसके मुताबिक कार्रवाई की जा रही है। वहीं ए.आर.ओ. सुशील कुमार ने बताया कि पाबंदी के बाद भी शराब बिक रही है तो ये सरासर नियमों के खिलाफ गलत है। इस मामले में कार्रवाई के लिए अभी अधिकारियों पर कड़ा एक्शन लिया जाएगा और जांच के लिए कहा जाएगा।