बच्चों के नामकरण को लेकर परिजनों ने कही ये बात…
Haryana news : अयोध्या में भगवान श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा उत्सव के दिन जींद जिले में महिलाओं ने निजी व सरकारी अस्पताल में 45 बच्चों को जन्म दिया। इस दिन जिन बच्चों का जन्म हुआ, उनके काफी माता-पिता ने भी इन पलों को यादगार बनाने के लिए अपने बच्चों का नाम राम और सीता के नाम रखने का विचार कर रहे हैं। किसी ने अपनी बेटी का नाम वैदेही, तो कोई अपने बेटे का नाम राघव रखना चाहते हैं।
हालांकि अधिकतर माता-पिता बच्चे की जन्म कुंडली के बाद ही उनका नामकरण करने की बात कही। जिला अस्पताल में प्राण प्रतिष्ठा के दिन को कुल चार बच्चों का जन्म हुआ। इसमें तीन लड़के व एक लड़की ने जन्म लिया। जिस समय भगवान राम की अयोध्या में आरती उतारी जा रही थी। उस समय जिले के निजी अस्पतालों में आठ बच्चों ने जन्म लिया। इसमें चार लड़के और चार लड़कियां थी।
शहर के हनुमान नगर निवासी शिवम की पत्नी सुमन ने प्राण प्रतिष्ठा के समय पुत्र को जन्म दिया तो उनके परिवार के लोग खुशी से झूम उठे। निजी अस्पताल में प्रसव के बाद शिवम के परिवार के लोगों ने कहा कि उनके घर पर लड़का पैदा हुआ है। भगवान राम के प्राण प्रतिष्ठा के दिन जन्म हुआ है। इसलिए इस बच्चे का नाम वह भगवान राम से जुड़ा हुआ रखेंगे।
इसी प्रकार शहर के कौशिक नगर निवासी प्रतिभा ने पुत्री की प्राप्ति हुई तो परिवार के लोगों ने खुशी जताई। जहां पर उसकी दादी संतोष ने कहा कि वह अपनी पौती का नाम वैदेही रखेंगे। भगवान राम के प्राण प्रतिष्ठा के दिन बच्चों के जन्म पर हर किसी में खुशी का माहौल बना हुआ था। जहां पर अस्पताल के स्टाफ नर्स बच्चों के जन्म होने पर परिवार के लोगों को बधाई देते नजर आई कि उनको भगवान राम के प्राण प्रतिष्ठा के दिन बच्चे की प्राप्ति हुई है। इसके अलावा जिले के नरवाना, सफीदों, उचाना व निजी अस्पतालों में 41 बच्चों ने जन्म लिया है।