Exspressway : भारत में सड़क नेटवर्क को मजबूत बनाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं, और इनमें से एक प्रमुख परियोजना है अमृतसर- जामनगर एक्सप्रेस-वे। यह एक्सप्रेस-वे न केवल यात्रा के समय में भारी कमी लाएगा, बल्कि लोगों के सफर को अधिक आरामदायक और सुविधाजनक बनाएगा। इस एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन साल 2025 में होने की संभावना है, और यह देश के सबसे बड़े एक्सप्रेस-वे के बाद दूसरा सबसे बड़ा एक्सप्रेस-वे होगा।
अमृतसर- जामनगर एक्सप्रेस-वे का कुल लंबाई 1316 किलोमीटर होगी, जो इसे देश का दूसरा सबसे लंबा एक्सप्रेस-वे बना देगा। वर्तमान में, अमृतसर से जामनगर की दूरी 1516 किलोमीटर है, और इस दूरी को तय करने में लगभग 26 घंटे लगते हैं। लेकिन इस नए एक्सप्रेस-वे के बनने से यह दूरी घटकर 1316 किलोमीटर रह जाएगी, जिससे यात्रा का समय आधा होकर केवल 13 घंटे रह जाएगा।
इस एक्सप्रेस-वे पर वाहन की अधिकतम गति 100 किलोमीटर प्रति घंटा होगी, जिससे यात्रा का समय पहले से बहुत कम हो जाएगा। इससे न केवल समय की बचत होगी, बल्कि यात्रियों को और अधिक आरामदायक सफर का अनुभव मिलेगा।
अमृतसर- जामनगर एक्सप्रेस-वे देश के चार प्रमुख राज्यों से होकर गुजरेगा, जो यात्रा को और भी सरल बनाएगा। इस मार्ग पर भटिंडा, मोगा, हनुमानगढ़, सूरतगढ़, बीकानेर, नागौर, जोधपुर, बाड़मेर, और जामनगर जैसे प्रमुख शहर शामिल हैं।
यह एक्सप्रेस-वे खास तौर पर राजस्थान और हरियाणा के रेगिस्तानी इलाकों से होकर गुजरेगा, जहां यात्रियों को बहुत बेहतर सड़क कनेक्टिविटी मिलेगी। इस मार्ग का लगभग 500 किलोमीटर हिस्सा राजस्थान से होकर जाएगा। इससे इन राज्यों के विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान होगा, खासकर औद्योगिक क्षेत्र में।
अमृतसर- जामनगर एक्सप्रेस-वे पंजाब, राजस्थान, हरियाणा और गुजरात के कई महत्वपूर्ण शहरों और गांवों को जोड़ने वाला होगा। इसके जरिए औद्योगिक और व्यापारिक गतिविधियों को एक नया मार्ग मिलेगा। इस एक्सप्रेस-वे के खुलने से दिल्ली-एनसीआर, पंजाब, राजस्थान, हरियाणा, और गुजरात के बीच की कनेक्टिविटी में भी सुधार होगा।
अमृतसर- जामनगर एक्सप्रेस-वे को दिल्ली- कटरा एक्सप्रेस-वे से भी जोड़ा जाएगा। इससे, दिल्ली और जम्मू-कश्मीर के बीच यात्रा भी आसान हो जाएगी। इस कनेक्टिविटी से न केवल गुजरात और जम्मू-कश्मीर के बीच यात्रा को आसान बनाने का मार्ग मिलेगा