हरियाणा में लोकसभा चुनाव से पहले पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों में फेरबदल करने की सरकार की तैयारी कर रही हैं। सूत्रों के अनुसार सरकार सभी जिलों के डीसी व एसपी के तबादलों की तैयारी कर रही हैं। यह तबादला सूची किसी भी समय जारी हो सकती हैं।
अधिकारियों बुलाए जा सकते चंडीगढ़ या पंचकूला केंद्रीय चुनाव आयोग की ओर से राज्य सरकारों को कहा गया है कि वे समय रहते अपने-अपने राज्यों में तबादले कर लें। चुनाव आचार संहिता (Loksabha election update) के लगते ही अधिकारियों के तबादले नहीं किए जा सकेंगे।
प्रदेश सरकार राजनीतिक समीकरणों को ध्यान में रखते हुए ऐसे अधिकारियों को फील्ड में उतार सकती है, जो जनता की नब्ज अधिक समझते हैं। जिन अधिकारियों का व्यवहार जनता के साथ ठीक नहीं है, उन्हें वापस जिलों से चंडीगढ़ या पंचकूला बुलाया जा सकता है2016 बैच के कुछ अधिकारी बनाए जा सकते डीसीप्रदेश सरकार ने ऐसे अधिकारियों की सूची तैयार की है, जिनका पब्लिक कनेक्ट अच्छा है। सांसदों और विधायकों के साथ भी उनके मित्रतावत संबंध हैं। ऐसे अधिकारियों को फील्ड में लगाकर सरकार लोकसभा चुनाव (Loksabha election update) में जनता का भरोसा जीतने का इरादा रखती है।
प्रशासनिक (Loksabha election update) गलियारों में चर्चा है कि 2016 बैच के कुछ आईएएस अधिकारियों को डीसी लगाया जा सकता है।गृह विभाग में विशेष सचिव का अलग पद बनाए जाने की संभावनाकुछ जिलों में 2012 बैच के डीसी काम कर रहे हैं। उनकी सेवाएं मुख्यालय में ली जा सकती हैं। मुख्यमंत्री कार्यालय में एक आईपीएस अधिकारी का प्रवेश होने की चर्चा प्रशासनिक गलियारों में है।
गृह विभाग में विशेष सचिव का अलग पद सृजित किए जाने की भी संभावना है, जिस पर नियुक्ति के लिए आईपीएस संजय कुमार का नाम चल रहा है। संजय कुमार आईजी हैं, जो एडीजीपी प्रमोट होने की लाइन में हैं। गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद की ओर से संजय कुमार को पुलिस कार्डिनेशन सेक्रेटरी का काम दिया जा चुका है।
अनिल विज के पसंदीदा अधिकारी हैं एडीजीपी श्रीकांत जाधवहिसार रेंज में तैनात एडीजीपी श्रीकांत जाधव की रिटायरमेंट 30 अप्रैल 2024 को है। जाधव गृह मंत्री अनिल विज के प्रिय अधिकारियों में शामिल हैं। प्रदेश सरकार (Loksabha election update) उन्हें फील्ड से हटाकर मुख्यालय लाना चाहती है, लेकिन गृह मंत्री अनिल विज की ओर से जाधव के लिए अच्छी पोस्टिंग के प्रयास किए जा रहे बताते हैं।
एडीजीपी ममता सिंह की सक्रियता और मेहनत को देखते हुए उन्हें भी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दिए जाने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।प्रदेश सरकार कई मंडलों में मंडलायुक्त बदलने पर विचार कर रही है। कई विधायकों ने अपने-अपने क्षेत्रों में कुछ एचसीएस अधिकारियों यानी एसडीएम व एडीसी को बदलने का आग्रह सरकार से किया है। यह एडीसी इन विधायकों की बात को ज्यादा महत्व नहीं देते, जिससे विधायकों ने उनके प्रति नाराजगी बढ़ रही है।