Indian Political News : लोकसभा चुनावों के बाद एनडीए की सरकार का गठन हो चुका है, जिसके नेता और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फिर से चुने गए हैं। वहीं चुनावों के बाद विपक्ष भी मजबूती से लौटा है, जिसका प्रतिपक्ष एंव विपक्ष का नेता राहुल गांधी को चुना गया है। 24 जून को 18 वीं लोकसभा योजना संसद का सत्र शुरु होने के साथ ही पक्ष-विपक्ष के चुनकर आये सभी सांसदों को शपथ दिलाई गई।
मगर 5 सांसद ऐसे हैं, जिन्हें अब तक शपथ नी ली है या नी दिलाई गई हैं। इन पांच सांसदों में पंजाब की खडूर साहिब सीट से जीते अमृतपाल सिंह, कश्मीर की बारामुला सीट से जीते इंजीनियर रशीद, पश्चिम बंगाल की असनसोल सीट से सांसद शत्रुघ्न सिन्हा, बशीरहाट से शेख़ नुरुल इस्लाम और उत्तर प्रदेश की गाज़ीपुर से दोबारा जीत कर संसद पहुंचे अफ़ज़ाल अंसारी हैं। इनमें अमृतपाल सिंह और रशीद इंजीनियर जेल में बंद हैं और शपथ ग्रहण के लिए अंतरिम ज़मानत पर कोर्ट में सुनवाई होनी है। जबकि अफ़ज़ाल अंसारी को पिछले साल एक मामले में सज़ा होने के कारण संसदीय कार्यवाही (Indian Political News) में शामिल होने की मनाही है, इसलिए वो संसद पहुंचे लेकिन शपथ नहीं ले सके।
कथित खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह
- कथित ख़ालिस्तानी समर्थक और ‘वारिस पंजाब दे’ प्रमुख अमृतपाल सिंह पंजाब की खडूर साहिब सीट से निर्दलीय सांसद निर्वाचित हुए हैं।
- उन्होंने कांग्रेस के प्रत्याशी को लगभग दो लाख वोटों से हराया। वो जेल में रहते हुए चुनाव लड़े और जीते है।
- अमृतपाल सिंह को पिछले साल राष्ट्रीय सुरक्षा क़ानून (एनएसए) के तहत गिरफ़्तार किया गया था। अभी वो असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद हैं।
- बता दें कि, इसी वर्ष उनपर एक साल के लिए एनएसए बढ़ा दिया गया है।
- हालांकि शपथ ग्रहण के लिए अंतरिम ज़मानत पाने के वो हक़दार हैं, मगर एनएसए के चलते उन्हें ज़मानत के लिए विशेष अपील करनी होगी।
बारामुला सीट से इंजीनियर रशीद
- अब्दुल रशीद शेख़ उर्फ़ इंजीनियर रशीद ने कश्मीर की बारामुला सीट से सांसद निर्वाचित हुए है।
- इंजीनियर रशीद ने नेशनल कांफ्रेंस के नेता जम्मू और कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला को दो लाख से अधिक मतों से हराया है।
- इंजीनियर रशीद को ‘आतंकवाद की फ़ंडिंग’ के आरोप में यूएपीए के तहत वर्ष 2019 में अरेस्ट किया गया था और इस समय वो दिल्ली के तिहाड़ जेल में बंद हैं।
- उन पर एनआईए ने ‘टेरर फ़ंडिंग’ के आरोप लगाए हैं।
- लोकसभा चुनाव में जेल में रहते हुए उनका प्रचार उनके बेटे अबरार रशीद ने किया।
- शपथ ग्रहण के लिए इंजीनयर रशीद की ओर से अंतरिम ज़मानत की अर्ज़ी दिल्ली की एक अदालत में दी गई।
- कोर्ट ने एनआईए से इस बारे में जवाब मांगा है और अगली सुनवाई एक जुलाई को तय की गई है।
टीएमसी के राजनेता शत्रुघ्न सिन्हा
- शपथ न ले पाने वालों में अभिनेता से राजनेता बने शत्रुघ्न सिन्हा भी हैं, वो पश्चिम बंगाल की असनसोल सीट से टीएमसी उम्मीदवार के रूप में निर्वाचित हुए हैं।
- सिन्हा नें असनसोल सीट से भाजपा के सुरेंद्रजीत सिंह अहलूवालिया को लगभग 60 हज़ार वोटों के अंतर से हराया है।
- टीएमसी के एक नेता नाम न ज़ाहिर करते हुए कहा कि शत्रुघ्न सिन्हा अपने बेटी सोनाक्षी सिन्हा के विवाह में व्यस्तता के चलते शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नहीं हो सके।
- टीएमसी नेता के मुताबिक, वो जल्द ही संसद की कार्यवाही में भाग लेने पहुंचेंगे और शपथ ग्रहण करेंगे।
टीएमसी के नेता शेख़ नुरुल इस्लाम
- टीएमसी के एक अन्य सांसद शेख़ नुरुल इस्लाम ने भी शपथ ग्रहण नहीं किया है। इन्होनें ने पश्चिम बंगाल की बशीरहाट सीट से जीत दर्ज की है।
- उन्होंने अपने प्रतिद्वंद्वी भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी रेखा पात्रा को 3.33 लाख मतोंं के अंतर से हराया है।
- बशीरहाट से पिछली बार चर्चित बांग्ला अभिनेत्री नुसरत जहां टीएमसी के टिकट पर जीती थीं, लेकिन इस बार ममता बनर्जी ने उनकी जगह इस्लाम को टिकट दिया था।
- टीएमसी के एक नेता ने बताया कि ‘व्यक्तिगत व्यस्तता के चलते वो शपथ ग्रहण में नहीं पहुंचे, ऐसा होता है और वो बाद में शपथ लेंगे।’
गाजीपुर से सांसद अफ़जाल अंसारी
- यूपी की ग़ाज़ीपुर से दोबारा सांसद चुने गए अफ़जाल अंसारी भी संसद में शपथ ग्रहण समारोह में पहुंचे लेकिन शपथ नहीं ले पाए।
- उन्होंने भाजपा उम्मीदवार पारसनाथ राय को लगभग 1.5 लाख वोटों के अंतर से हराया है।
- बता दें कि, पिछली बार बसपा के टिकट पर वो ग़ाज़ीपुर से ही सांसद बने थे।
- मगर पिछले वर्ष गैंगेस्टर एक्ट के एक मामले में चार साल की सज़ा हुई थी, जिसके ख़िलाफ़ वो इलाहाबाद हाईकोर्ट पहुंचे लेकिन राहत न मिलने पर सुप्रीम कोर्ट का दरवाज़ा खटखटाया।
- सुप्रीम कोर्ट ने सज़ा पर रोक तो लगा दी, लेकिन ये शर्त भी तय की कि वो हाई कोर्ट में फ़ैसला न होने तक संसद की कार्यवाही में हिस्सा नहीं लेंगे।
- इस मामले की सुनवाई संभवतः अगले माह होनी है, अगर उन्हें राहत मिलती है तभी शपथ ले पाएंगे।
जेल में रहते हुए ली जा सकती है शपथ ?
- संविधान के मुताबिक, अगर कोई सांसद 60 दिन तक संसद में उपस्थिति दर्ज नहीं करता है तो उसकी सीट को खाली मान लिया जाएगा।
- हालांकि अतीत में यही आधार बनाकर कोर्ट ने जेल में रहते हुए सांसद को शपथ ग्रहण की अनुमति दी है।
- बीते मार्च में आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह तिहाड़ जेल में बंद थे।
- उन्हें राज्यसभा के सांसद के तौर पर शपथ ग्रहण के लिए विशेष ज़मानत दी गई थी।
- पिछली लोकसभा में यूपी के घोसी से निर्वाचित हुए बसपा सांसद अतुल कुमार सिंह रेप के आरोप में जेल में बंद थे।
- उन्हें जनवरी 2020 में कोर्ट से मिली विशेष ज़मानत मिली और उन्होंने संविधान के प्रति निष्ठा की शपथ ली।
- हालांकि चुनाव आयोग के नतीजे आने के साथ ही सांसदों को सैलरी और अन्य सुविधाएं मिलनी शुरू हो जाती हैं।
- लेकिन जबतक वो ससंद में पद और गोपनीयता की शपथ नहीं लेते वे कार्यवाही में भाग नहीं सकते।