opium cultivation : सोशल मीडिया से सीखा अफीम की खेती का तरीका, घर के आंगन में लगाए 190 पौधे, पुलिस ने मारी रेड, हुआ खुलासा

Parvesh Mailk
3 Min Read
सोशल मीडिया से सीखा अफीम की खेती का तरीका घर के आंगन में लगाए 190 पौधे पुलिस ने मारी रेड हुआ खुलासा

हरियाणा के इस जिले का मामला, देखें पूरी डिटेल

opium cultivation in Haryana : सोशल मीडिया किसी के लिए लाभकारी तो किसी के लिए नुकसानदायक सिद्ध हो रहा है। वहीं कुछ लोग सोशल मीडिया से सीखकर अपराध के दलदल में भी धंस रहे हैं। हरियाणा के अंबाला जिले में ऐसा ही मामला सामने आया है, जहां सोशल मीडिया से अफीम की खेती करने का तरीका सीखकर घर में ही अफीम की खेती कर डाली और पौधे लगा दिए। पुलिस को मामले की भनक लगी तो रेड की। आंगन में लगे पौधे गिने गए तो करीब 190 पौधे अफीम के पाए गए।

बता दें कि हरियाणा में अंबाला की नारायणगढ़ थाना पुलिस ने गांव लाहा में अफीम की खेती (opium cultivation) पकड़ी है। पुलिस ने शुक्रवार देर शाम गुप्त सूचना पर आरोपी के घर रेड की। आरोपी ने अपने घर पर ही अफीम के पौधे लगाए हुए थे।

गिनती करने पर 190 पौधे मिले, जिन्हें पुलिस ने उखाड़ दिया। आरोपी ने सोशल मीडिया पर देख अफीम की खेती करनी सीखी थी। वहीं आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है।

ये भी पढ़ें :   Haryana Police Ranking : हरियाणा पुलिस ने साइबर अपराध में इस्तेमाल नंबरों को ब्लॉक करने में देशभर में प्राप्त किया पहला स्थान

सीआईए स्टाफ शहजादपुर की टीम को गश्त के दौरान सूचना मिली थी कि गांव लाहा में सर्वजीत सिंह ने अपने घर के आंगन में अफीम के पौधे लगाए हुए हैं। इस सूचना के तुरंत बाद पुलिस ने सर्वजीत सिंह के घर पर रेड की। शाम करीब 7 बजे सूचित करके शहजादपुर/नारायणगढ़ के नायब तहसीलदार संजीव और गांव के सरपंच मोहन सिंह को भी मौके पर बुलाया।

 

आरोपी पेशे से ड्राइवर

एएसआई जरनैल सिंह ने बताया कि 29 वर्षीय आरोपी सर्वजीत पेशे से ड्राइवर है। आरोपी कहीं से बीज लेकर आया था। आरोपी ने सोशल मीडिया पर अफीम की खेती करने के बारे में जानकारी जुटाई थी। उसके बाद अपने घर के आंगन में खेती शुरू कर दी थी। पुलिस ने आरोपी सर्वजीत को गिरफ्तार कर लिया है। इन पौधों का वजन किया तो 4 किलो 150 ग्राम हुआ। आरोपी सर्वजीत के खिलाफ नारायणगढ़ पुलिस थाने में केस दर्ज किया गया है।

ये भी पढ़ें :   Subhash chander boss : रामलाल के मूर्तिकार ने ही बनाई थी नेताजी सुभाष चंद्र बोस की पहली प्रतिमा, नेता जी ने अयोध्या में ही ली थी अपनी अंतिम सांस
Share This Article
Follow:
मेरा नाम प्रवेश है, मैने पिछले साल जनवरी 2023 में मास्टर ऑफ आर्ट जर्नलिजम मासकॉम किया है, तभी से क्लिनबोल्ड से कंटेंट राइटर के तौर से जुड़ा हुआ हूं। इससे पहले पंजाब केसरी में दो महिने कंटेट राइटर का कार्य किया हैं। इसके अतिरिक्त लेखक के तौर पर सामाजिक आर्टिकल और काव्य- संग्रह में भी सक्रिय रहता हूँ।