शुरू में कहा पश्चिम बंगाल के हैं, बाद में हुआ खुलासा
Haryana news : हरियाणा के जींद में सीएम फ्लाइंग पानीपत की टीम ने सफीदों पुलिस के साथ कार्रवाई करते हुए गांव पाजू खुर्द में अवैध रूप से रह रहे 10 बांग्लादेशियों को पकड़ा है। इनमें सात पुरुष, दो महिलाएं और एक बच्ची शामिल हैं। पुलिस जांच में पता चला है कि इनके पास पासपोर्ट या दूसरे किसी तरह का कोई वैध दस्तावेज नहीं है। सफीदों पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ फोरनर एक्ट के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है|
पानीपत की सीएम फ्लाइंग को सूचना मिली थी कि सफीदों के पाजू खुर्द गांव के खेतों में ब्लीचिंग हाऊस बनाया गया है। यहां पानीपत से कपड़े की कतरन लाकर इसकी रंगाई की जाती है। रंगाई के बाद कपड़े को वापस पानीपत भेजा जाता है। इसमें लेबर के रूप में बांग्लादेश से आए लोग काम कर रहे हैं और उनके पास किसी तरह का कोई वैध दस्तावेज भी नहीं है।
इस पर सीएम फ्लाइंग सक्रिय हुई और डीएसपी अजीत सिंह के नेतृत्व में टीम का गठन करते हुए मौके पर जाकर रेड की। यहां काम कर रहे मजदूरों से उनके दस्तावेज मांगे तो यह भारतीय होने का कोई प्रमाण नहीं दे पाए। पूछताछ में इनकी पहचान बांग्लादेश के लेबर ठेकेदार सोहराब, उसकी पत्नी शैफाली, शरमीन, इशूब, अब्दुल अब्बास, मोहम्मद रूबैल, आजाद अली, आलम, दुलाल और एक चार साल की बच्ची के रूप में हुई है। पकड़े गए आरोपियों में चार लोग सफीदों शहर में ही रह रहे थे। इसके बाद सफीदों तहसीलदार रसविंद्र, डीएसपी आशीष और सफीदों पुलिस को सूचना देकर मौके पर बुलाया गया।
सफीदाें सदर थाना पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ फोरनर एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है। हालांकि शुरूआत में आरोपियों ने कहा था कि वह पश्चिम बंगाल के हैं लेकिन सख्ती से पूछताछ में कबूल कर लिया कि बांग्लादेश से आए हैं।