SP MP Iqra Hasan Story : लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे 4 जून को घोषित हो चुके है। देश के सबसे बड़े राज्य यूपी यानि उत्तर प्रदेश में इस बार बड़ा उलटफेर देखने को मिला है। भाजपा को यूपी के नतीजों से बड़ा झटका लगा है और समाजवाद पार्टी एक बार फिर प्रदेश की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी बनकर उभरी है। समाजवाद पार्टी के मुख्य अध्यक्ष अखिलेश यादव की मेहनत, टिकट बंटवारे की रणनीति और लगातार चुनाव में सजग रहना काम आया है। एसपी ने इस बार कुछ युवाओं का टिकट दिया और सबसे विशेष बात कि परिवार सहित कुल 5 यादवों को ही टिकट मिले।
इकरा हसन कितने वोटों से कैराना की सीट जीती
लोकसभा चुनाव 2024 में समाजवाद पार्टी ने कैराना लोकसभा सीट पर 29 साल की युवा इकरा हसन (SP MP Iqra Hasan Story) को टिकट दिया। इकरा हसन ने चुनाव में भाजपा के प्रदीप कुमार को 69,116 मतों से मात दी है। इस जीत से इकरा हसन राजनीतिक सुर्खियों में आ गई।
कौन है इकरा हसन ?
इकरा हसन (SP MP Iqra Hasan Story) का परिवार पिछले 40 सालों से राजनीति में है। उनके दादा अख्त हसन 1984 में कैराना से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़े थे और जीतकर सांसद बने थे। उन्होंने बीएसपी सुप्रीमों मायावती को हराया था। उस समय मायावती पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ रही थीं। बाद में उनके पिता मुनव्वर हसन ने परिवार की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाया और 1996 में समाजवाद पार्टी के टिकट पर सांसद चुने गए। वर्ष 2008 में एक सड़क दुर्घटना में उनकी मौत हो गई।
मुनव्वर हसन के निधन के बाद सियासी परिवार आगे कैसे बढ़ा
मुनव्वर हसन के निधन के बाद उनकी पत्नी तबस्सुम हसन ने 2009 में बीएसपी के टिकट पर कैराना लोकसभा सीट से चुनाव जीता। वर्ष 2018 में भाजपा एमपी हुकुम सिंह के निधन के बाद हुए उपचुनाव में भी तबस्सुम जीते।
बता दें कि इकरा के बड़े भाई नाहिद हसन तीन बार के विधायक हैं। उन्होंने वर्ष 2022 में जेल से विधानसभा चुनाव लड़ा और जीता। गैंगस्टर एक्ट के जरिए बड़े भाई की गिरफ्तारी इकरा (SP MP Iqra Hasan Story) की लाईफ का मुख्य बिंदु बना और उन्होंने चुनाव में भाई की जीत को सुनिश्चित करने का जिम्मा ले लिया।
इकरा हसन कितनी पढ़ी-लिखि है
इकरा हसन (SP MP Iqra Hasan Story) ने नई दिल्ली के क्वीन मैरी स्कूल से अपनी पढ़ाई की है। दिल्ली यूनिवर्सिटी के लेडी श्रीराम कॉलेज फॉर वूमेन से उन्होंने इंटरनेशनल पॉलिटिक्स में पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री ली है। इसके अतिरिक्त लंदन की सोआस यूनिवर्सिटी से उन्होंने लॉ की पढ़ाई भी की है। इकरा लोकसभा चुनाव 2024 के लिए कैराना से नामांकन भरा था। चुनावी हलफनामे में उन्होंने खुद की पहचान एक किसान के तौर बताई थी। इकरा का कहना है कि उनके पिता के निधन के बाद राजनीति में परिवर्तन बुआ और साम्प्रदायिक मुद्दे सबसे बड़े बन गए।
मां और भाई की हार का लिया बदला
पाठकों को बता दें कि, वर्ष 2019 के चुनाव में भाजपा प्रत्याशी प्रदीप चौधरी ने इकरा हसन की मां तबस्सुम को चुनाव में मात दी थी। इससे पहले प्रदीप 2012 के गंगोह विधानसभा चुनाव में उनके भाई नाहिद हसन को भी मात दे चुके हैं। मगर अब कैराना लोकसभा सीट से इकरा ने प्रदीप चौधरी को बड़े अंतर से हरा दिया है और अपनी मां व भाई की हार का हिसाब-किताब भी पूरा कर लिया है। इकरा हसन (SP MP Iqra Hasan Story) को इस लोकसभा चुनाव में करीब 5 लाख 28 हजार 13 मत मिले।
इकरा हसन के नाम प्रोपर्टी
इकरा हसन (SP MP Iqra Hasan Story) ने चुनावी हलफनामे में अपनी संपत्ति 68 लाख रुपये से ज्यादा लिखित दिया है। इस दौरान उन पर 8 लाख से ज्यादा की देनदारी यानी खर्च भी है। इकरा हसन के पास 40 हजार रुपये नकद है। जबकि उनके बैंक खाते में 40 हजार से ज्यादा की रकम है। नई-नवेली सांसद इकरा हसन के पास 35 ग्राम सोने के गहने हैं, जिनकी वैल्यू लगभग ढ़ाई लाख रुपये है। इकरा हसन के पास संपत्ति के तौर पर उनके पास कैराना में कृषि योग्य जमीन है। इस जमीन की कीमत 10 लाख 57 हजार रुपये से ज्यादा है। वहीं नॉन-एग्रीकल्चर जमीन भी उनके पास है जिसकी वैल्यू 55 लाख रुपये से अधिक है।