family boycott : पीड़ित बोला, परिवार का बहिष्कार तो हुआ और गांव से निकाला, लेकिन ये शिकायत उसने नहीं की

family boycott : जिला परिवेदना समिति की बैठक में बिजली मंत्री चौधरी रणजीत सिंह चौटाला ने लोगों की समस्याएं सुनी। जिसमें एक परिवार का सामाजिक बहिष्कार और गांव छोड़ने का मामला आया। पीड़ित ने मंत्री से कहा कि एजेंडा में शामिल ये शिकायत सही है, लेकिन ये शिकायत उसने नहीं की है। वह इस मामले में कार्रवाई भी नहीं चाहता है।
मंत्री ने इस मामले में कहा कि शिकायतकर्ता कार्रवाई नहीं चाहता है। अगर वह चाहता है, तो पुलिस कार्रवाई करेगी। रेवर गांव निवासी रामप्रताप कौशिक के नाम से प्रशासन को डाक से भेजी गई शिकायत में बताया गया है कि वह गांव में 32 साल से रह रहा था। तीन साल पहले उसके बड़े लड़के की हादसे में मौत हो गई, जिससे वह अंदर से टूट गया था। बड़े लड़के की मौत के बाद छोटे लड़के के साथ पुत्रवधु का करेपा कर दिया। लेकिन उन दोनों में अापसी कलह होने के कारण ग्राम पंचायत ने उसे परिवार सहित घर छोड़ने का आदेश जारी कर दिया। साथ ही कहा कि अगर गांव में घुसोगे, तो एक लाख रुपये दंड लगेगा।
एक सप्ताह का अल्टीमेटम देकर उसे गांव से निकाल दिया। गांव में उसके समुदाय का केवल एक ही घर था। जिसके चलते कुछ दबंग लोगों ने दंड कर उसे गांव से निकलने के लिए मजबूर किया। वीरवार को जब परिवेदना समिति की बैठक में ये मामला आया, तो मंत्री के सामने पीड़ित रामपप्रताप कौशिक पहुंचा। उसने कहा कि ये शिकायत किसने की है, उसे जानकारी नहीं है। उसने शिकायत नहीं की, लेकिन ये मामला सही है।
मंत्री ने कहा कि गांव से निकालने का कोई तो बड़ा कारण होगा। बगैर वजह के गांव से निकालने का फैसला कैसे लिया जा सकता है। जिस पर शिकायतकर्ता ने घटना के बारे में बताया और किसी भी तरह की कार्रवाई करवाने से इंकार कर दिया। बैठक के एजेंडा में सुनवाई के लिए 17 शिकायतें रखी गई। जिनमें से 14 का मौके पर निपटान किया गया और बाकी में जांच के आदेश देते हुए लंबित रखा गया। बैठक में जींद के भाजपा विधायक कृष्ण लाल मिढ़ा, जुलाना से जजपा विधायक अमरजीत ढांडा, भाजपा जिला महामंत्री डा. राज सैनी, डीसी मोहम्मद इमरान रजा, एसपी सुमित कुमार, एडीसी डा. हरीश वशिष्ठ, जिला परिषद सीईओ डा. किरण सिंह, जींद के एसडीएम डा. पंकज सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
नाली बनी या नहीं, जांच के आदेश
गांगोली गांव निवासी किसान सुभाष चंद्र ने शिकायत दी कि दिल्ली-कटरा एक्सप्रेस नेशनल हाईवे पर खरक गागर रोड पर नहरी नाली निकलवाने के लिए एनएचएआइ अधिकारियों को कई बार निवेदन किया जा चुका है। लेकिन नाली नहीं बनाई गई। जिससे दो साल से 60 किसानों के खेतों की सिंचाई बाधित है। एनएचएआइ के अधिकारी ने कहा कि नाली बना दी गई है और जिसका नक्शा उसने मंत्री के समक्ष प्रस्तुत किया। जिला परिवेदना समिति के सदस्य रामफल शर्मा ने कहा कि नाली नहीं बनी है, अधिकारी गलत जानकारी दे रहे हैं। मंत्री ने सिंचाई विभाग के एक्सईएन को आदेश दिए कि वे परिवेदना समिति के दो सदस्यों के साथ मौके पर जाकर जांच करें। अगर नाली नहीं बनाई गई है, तो उक्त एनएचएआइ अधिकारी के खिलापु कार्रवाई की जाएगी।
कुवि पर उत्तरपुस्तिकाएं बदलने का आरोप
नरवाना की भगत सिंह कालोनी निवासी ज्योति ने मंत्री को दी शिकायत में आरोप लगाया कि उसने कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय से मई 2023 में एलएलबी के छठे सेमेस्टर की परीक्षा दी थी। 12 अगस्त को परिणाम घोषित हुआ। जिसमें दो विषयों में 35 व 36 अंक दर्शाए गए। आरटीआइ के माध्यम से उसने अपनी उत्तरपुस्तिका निकलवाई। जोकि बदली हुई थी। जब उसने ये मामला उठाया, तो उसके मोबाइल पर किसी ने काल कर धमकी दी। उसने इस मामले की जांच विश्वविद्यालय से बाहर की जांच एजेंसी से करवाने की मांग की। विश्वविद्यालय की तरफ से पहुंचे वकील ने कहा कि ये मामला सही नहीं है। शिकायतकर्ता ने इंटरनेट मीडिया पर बेवजह के आरोप लगाकर विश्वविद्यालय की छवि को नुकसान पहुंचाया है। ये मामला कोर्ट में भी चल रहा है। मंत्री ने शिकायतकर्ता से कहा कि वे इसकी शिकायत एसपी को दें। पुलिस मामले की जांच करेगी।
सड़क किनारे खरीदी जमीन, अंदर की रजिस्ट्री
खटकड़ गांव निवासी कुलदीप ने बताया कि उसने अपनी पत्नी के नाम पर गांव में दो कनाल जमीन रोड पर ली हुई है। राजस्व विभाग के अधिकारियों ने गलत तरीके से उसकी जमीन को दूर खेत में दिखा दिया। इसलिए उसकी रजिस्ट्री को ठीक किया जाए। ये मामला कमिश्नर स्तर पर जाने के बावजूद ये कार्रवाई की गई। मंत्री ने इस मामले में एसडीएम को कार्रवाई के निर्देश दिए।
बगैर एग्रीमेंट लगा दिया टावर
बख्शी मोहल्ला पंजाबी बाजार निवासी विजेंद्र ठकराल ने बताया कि बीएसएनएल ने उसकी जमीन पर टावर लगाया हुआ है। किराया आठ हजार रुपये महीना तय किया गया था। पिछले कुछ साल से किराया नहीं दिया जा रहा। इसका एग्रीमेंट भी नहीं किया गया है। बीएसएनएल के अधिकारी ने बताया कि जब टावर लगाया गया, तब जमीन मालिक के साथ अच्छे संबंध होने के चलते बगैर एग्रीमेंट के ही टावर लगा दिया था। साल 2019 से जमीन मालिक ने वहां पर ताला लगाया हुआ है। एसपी ने कहा कि बगैर एग्रीमेंट के टावर लगाकर सरकार को नुकसान पहुंचा रहे हो। तुम्हारे पास कोई सबूत नहीं है कि टावर व अन्य सामान बीएसएनएल की प्रापर्टी है। मंत्री ने आदेश दिए कि जमीन मालिक का किराया देकर मामला निपटाएं और एसपी को एक सप्ताह के अंदर रिपोर्ट दें।
दो पड़ोसियों का विवाद, मौके पर बुलाकर निपटाया
रोहतक रोड चौड़ी गली में दो पड़ोसियों के बीच विवाद चल रहा है। रणबीर राठी की शिकायत पर पिछले माह नगर परिषद ने देवधन गुप्ता के मकान के पास से अतिक्रमण हटाया था। इस बार देवधन गुप्ता ने रणबीर राठी के खिलाफ मकान के सामने रेहड़ी लगवाने और अवैध रूप से दुकानें खोलने की शिकायत दी। साथ ही उसके साथ झगड़ा करने के आरोप लगाए। मंत्री के कहने पर रणबीर राठी को मौके पर बुलाया गया। नगर परिषद एक्सईएन सतीश गर्ग ने कहा कि ये मामला दोनों के बीच आपसी रंजिश का है। मंत्री ने दोनों को झगड़ा खत्म कर प्रेम से रहने की नसीहत दी।
अधिकारियों को लगाई फटकार
फरैण खुर्द गांव में बिजली कनेक्शन के मामले में निगम अधिकारी ने बताया कि कनेक्शन कर दिया गया है। शिकायतकर्ता बैठक में नहीं पहुंचा। मंत्री ने कहा कि परिवेदना समिति में मामला आने के बाद ही कार्रवाई की। पहले भी तो ये काम हो सकता था। उन्होंने डीसी मोहम्मद इमरान रजा से कहा कि परिवेदना समिति में शिकायत के बाद समाधान करने से संबंधित जिस भी अधिकारी का दूसरा मामला आता है, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाए।
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